राष्ट्रपति भागे, ट्यूनीशिया में प्रधानमंत्री ने संभाली सत्ता
१४ जनवरी २०११![](https://static.dw.com/image/4823692_800.webp)
मोहम्मद गनूची ने संसद के दोनों सदनों के अध्यक्षों फौद मेबाजा और अबदल्लाह कलाल की उपस्थिति में सरकारी टेलिविजन में अपना बयान पढ़ा. इसके पहले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रपति ने सरकार भंग कर दिया था और प्रधानमंत्री को अगला चुनाव कराने तक अंतरिम सरकार बनाने को कहा था. साथ ही देश में आपात स्थिति लगा दी गई थी.
ट्यूनीशिया के लोग कई सप्ताह से बेरोजगारी, महंगाई और राजनीतिक सुधारों के लिए हिंसक प्रदर्शन कर रहे थे. एक दिन पहले राजधानी ट्यूनिस भी प्रदर्शनकारियों की चपेट में आ गया था. शुक्रवार को भी हजारों लोगों ने राजधानी में प्रदर्शन कर 23 साल पहले रक्तहीन सैनिक विद्रोह कर सत्ता में आए राष्ट्रपति बेन अली के इस्तीफे की मांग की.
इस बीच राष्ट्रपति बेन अली के देश छोड़ने की खबरों के बीच अमेरिका ने ट्यूनीशिया में नागरिकों के खिलाफ जारी हिंसा की निंदा की है और अधिकारियों से मानवाधिकारों का पालन करने को कहा है. वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने ये बातें प्रधानमंत्री गनूची की इस घोषणा से पहले की कि वे राष्ट्रपति का पद संभाल रहे हैं.
उधर पैरिस में राष्ट्रपति निकोला सारकोजी के कार्यालय ने कहा है कि उसे इस खबरों के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि राष्ट्रपति बेन अली पैरिस पहुंचे हैं. अल- जजीरा टेलिविजन चैनल ने उनके पैरिस पहुंचने की खबर दी थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: प्रिया एसेलबॉर्न