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राहुल की कांग्रेस में नहीं चलती: मायावती

१२ मई २०११

यूपी की मुख्यमंत्री मायावती के मुताबिक राहुल गांधी की अपनी कांग्रेस पार्टी में चलती नहीं है इसीलिए उन्हें ओछी और गिरी हुई राजनीति करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जैसी कि उन्होंने कल भट्टा परसौल में की.

Indian National Congress party leader Rahul Gandhi waves to supporters at a public rally in Calcutta, India, Monday, Sept. 6, 2010. (AP Photo/Bikas Das)
तस्वीर: AP

मायावती ने राहुल को ' बेचारा ' बताते हुए कहा कि भट्टा परसौल में जो कुछ हुआ वह विपक्षी पार्टियों की घिनौनी साजिश का नतीजा है. उन्होंने कहा कि ' युवराज ' को किसानों की लड़ाई अपनी पार्टी में ही लड़नी चाहिए क्योंके केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व में सरकार है और भूमि अधिग्रहण कानून में उसी को संशोधन करना है. भूमि अधिग्रहण की कोई राष्ट्रीय नीति नहीं है. मायावती ने कहा कि भट्टा परसौल गाँव की ज़मीन न तो किसी कम्पनी के निजी इस्तेमाल के लिए ली गई न ही यमुना या गंगा एक्सप्रेस हाइवे के लिए अधिग्रहीत की गई. ये भूमि ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान के तहत ली गई. इसका सभी किसानों ने बहुत पहले मुआवजा भी ले लिया है . वहां कोई समस्या नहीं है. किसानों की आड़ में कुछ असामाजिक तत्वों के ज़रिये विपक्षी पार्टियाँ उनकी सरकार को बदनाम करने और उसकी छवि बिगाड़ने का काम कर रही हैं.

नीति बनी केंद्र सरकार के गले की हड्डी

मायावती ने गुरूवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विरोधी दल किसानों के मामले में झूठ और अफवाहों का सहारा ले रहे हैं. किसानों की हितों की रक्षा में उनकी सरकार सबसे आगे है. केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन नहीं किया तो यूपी सरकार ने अधिग्रहण की एक नीति बनाई जिसके तहत केंद्र से ज्यादा मुआवजा देने का प्राविधान है. यही नीति अब केंद्र सरकार के गले की हड्डी बन चुकी है . इसी से परेशान होकर कांग्रेस तरह तरह के नाटक कर रही है. मायावती ने कहा कि किसी को भी राज्य में कानून व्यवस्था बिगाड़ने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. इन पार्टियों को संसद में इसकी खातिर आवाज़ उठानी चाहिए जहाँ उनकी पार्टी इस काम में सबसे आगे रहेगी.

तस्वीर: DW

राजनाथ सिंह हिरासत में , कांग्रेस का चक्का जाम

भट्टा परसौल गाँव में कल राहुल गाँधी के धरने और फिर उनकी गिरफ्तारी और रिहाई के विरोध में गुरूवार कि सुबह से ही पुरे प्रदेश में कांग्रेस का चक्का जाम शुरू हो गया. लखनऊ , वाराणसी, कानपूर, मेरठ, आगरा और मुज़फ्फरनगर में पुलिस ने लाठी चार्ज किया. इलाहबाद-कानपूर राजमार्ग जाम किया गया और दिल्ली-कानपूर रेल मार्ग पर भी यातायात कुछ देर के लिए ठप्प रहा. लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता जोशी समेत सैकड़ो कांग्रेसी गिरफ्तार किये गए. पूरे प्रदेश से हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. दूसरी तरफ सभी राजनीतिक पार्टियाँ किसानों के साथ होने का दम भरने लगी हैं . यूपी की किसान राजनीति गरमा गई है. भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए गुरूवार को गाज़ियाबाद में उपवास पर बैठ गए जिन्हें बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उनका आरोप है कि किसानो के मामले में कांग्रेस दोहरी नीति अपना रही है. अलीगढ के टप्पल में पिछले अक्तूबर में राहुल किसानो से मिले थे . इसके बाद प्रधानमन्त्री से किसानों को मिलवाने ले गए थे जिन्होंने अधिग्रहण कानून में संशोधन का वायदा किया था. लेकिन कुछ नहीं हुआ. दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में मुज़फ्फरनगर से भट्टा परसौल जाते हुए सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया.रालोद अध्यक्ष अजित सिंह और उनके सांसद पुत्र जयंत चौधरी भी भट्टा परसौल के लिए रवाना हो गए हैं.

तस्वीर: AP

भट्टा परसौल में दहशत, मेधा पाटकर गिरफ्तार

ग्रेटर नोएडा के भट्टा परसौल गाँव से कल रात राहुल गाँधी के हटने के बाद से एक बार फिर दहशत हो गई है. गुरूवार कि सुबह प्रसिद्ध समाजसेवी मेधा पाटकर पहुंची तो उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. महिला आयोग का एक प्रतिनिधिमंडल भी गुरूवार को भट्टा परसौल पहुंचा . गाँव की महिलाओं ने बताया कि दर्जनों किसान पुलिस के डर से अपने अपने घर छोड़ कर फिर भाग गए हैं. ये किसान पिछले शनिवार से गाँव से भागे हुए थे और राहुल गाँधी के आने के बाद ही गाँव में वापस आए थे. गाँव में मौजूद महिलाओं का कहना है कि पुलिस कुछ भी कर सकती है. रामकली देवी कहती हैं कि पहले भी किसानों को बहुत मारा पीटा था. मासूम बच्चों तक को नहीं बक्शा गया . महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई. एक दूसरी महिला ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि पुलिस ने बहुत ज़ुल्म किये इसीलिए गाँव के मर्द भागे हुए हैं. एक १२ साल का लड़का भी लापता है.

प्रधानमंत्री का आश्वासन

प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को रालोद के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात में कहा कि सरकार भूमि संशोधन अधिग्रहण विधेयक को मानसून सत्र में पेश करेगी. मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार किसानों की भूमि के अधिग्रहण के लिए महत्वपूर्ण संशोधन करने जा रही है. रालोद अध्यक्ष अजित सिंह के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल ने मनमोहन सिंह को याद दिलाया कि केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्तूबर में इस संशोधन का आश्वासन दिया था.

रिपोर्ट: सुहेल वहीद, लखनऊ

संपादन: उभ

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