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राहुल ने कहा जिम्मेदारी के लिए तैयार हूं

१४ जनवरी २०१४

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वह इस साल चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं. उनका बयान इस हफ्ते पार्टी के सम्मेलन में उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की संभावना को मजबूती देता है.

तस्वीर: Reuters

गांधी परिवार के 43 वर्षीय कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेतृत्व की काबलियत को लेकर कैसी भी अटकलें लग रही हों, लेकिन पार्टी इस बात के संकेत देती आई है कि कांग्रेस की ओर से इस बार चुनाव में वही प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किए जाने हैं. पिछले दिनों प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का नेतृत्व करने में सक्षम बताया था. हालांकि राहुल ने एक इंटरव्यू में अपने इस बयान के बाद भविष्य की योजनाओं और अपनी भूमिका को लेकर स्पष्टता नहीं दिखाई.

मीडिया और इंटरव्यू से दूर रहने वाले राहुल गांधी ने हिन्दी अखबार दैनिक भास्कर को दिए एक दुर्लभ इंटरव्यू में इस बात के संकेत दिए कि वह पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए पार्टी से आ रहे दबाव के सामने झुकने को तैयार हैं. उन्होंने कहा, "फिलहाल, मुझे पार्टी की तरफ से जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी मैं उसे लूंगा और अपनी काबलियत के अनुसार इसे पूरी कर्मठता से निभाने की कोशिश करूंगा."

दिल्ली में लगातार तीन बार सरकार बनाने के बाद कांग्रेस को बीजेपी और आम आदमी पार्टी के हाथों करारी हार झेलनी पड़ी. आगामी आम चुनाव में कांग्रेस की स्थिति कमजोर मानी जा रही है और कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हाल में दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया के सर्वे में पाया गया कि देश के 14 फीसदी लोगों को ही राहुल प्रधानमंत्री के रूप में पसंद हैं.

इस सर्वे में सामने आया कि देश के 58 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री पद के लिए बीजेपी के नरेंद्र मोदी का समर्थन किया जबकि 25 फीसदी लोगों ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया. वहीं कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर लग रही अटकलों के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साफ कर दिया है कि वह एक बार और प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे.

राहुल को अब तक राजनीतिक सुर्खियों से दूर रहने वाले नेता के रूप में देखा जाता रहा है. राहुल ने उन आरोपों का भी खंडन किया जिनके अनुसार वह पार्टी की जिम्मेदारी लेने से भागते हैं. जनवरी 2013 उन्होंने एक बयान में राजनीतिक ताकत को 'जहर' कहा था. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "ताकत जहर है, इसका मतलब यह नहीं कि मैं जिम्मेदारियां लेने के लिए तैयार नहीं हूं. मेरे जीवन में अनिच्छा जैसा शब्द नहीं है."

इस हफ्ते 17 तारीख को कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेताओं के सम्मेलन में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर राहुल गांधी के नाम की घोषणा किए जाने की संभावना है. ठीक उससे पहले उनका ऐसा कहना संभावनाओं की मजबूती की तरफ संकेत करता है.

प्रधानमंत्री चुनाव में अगर राहुल कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद के लिए खड़े किए जाते हैं तो उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के नरेंद्र मोदी होंगे. राहुल ने अपनी बहन प्रियंका गांधी के किसी राजनीतिक भूमिका को निभाने की संभावना से भी इनकार किया. प्रियंका पार्टी के प्रचार कार्यक्रमों में हिस्सा लेती रही हैं और पिछले दिनों भी पार्टी के सम्मेलनों में शामिल हुईं, राहुल ने कहा, "सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते वह मुझे पार्टी को मजबूत बनाने में मदद कर रही हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता उनकी कोई चुनावी भूमिका होगी."

एसएफ/एमजे (एएफपी)

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