राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ, मोतीलाल वोरा, शीला दीक्षित, अहमद पटेल और अशोक गहलोत की मौजूदगी में नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किये. उन्होंने इस मौके पर उपस्थित नेताओं के साथ बातचीत की और उनकी शुभकामनाएं स्वीकार कीं.
राहुल गांधी के धर्म पर राजनीतिक घमासान
इंदिरा से सीख लें तो क्या प्रधानमंत्री बन जायेंगे राहुल
राहुल का चुनाव मात्र औपचारिकता है क्योंकि पार्टी के शीर्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में नहीं है. राहुल पार्टी की अध्यक्ष अपनी मां सोनिया गांधी का स्थान लेंगे जिन्होंने सबसे लंबे समय तक कांग्रेस प्रमुख का पद संभाला है. सोनिया गांधी ने 1998 में कांग्रेस के अध्यक्ष का पद ग्रहण किया था.
कांग्रेस के सैकड़ों समर्थक पार्टी के शीर्ष पद के नामांकन दाखिल होने से पहले पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए. राहुल गांधी जनवरी 2013 में कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने थे.
बीजेपी और कम्युनिस्ट पार्टियों को छोड़ दें तो भारतीय लोकतंत्र की प्रमुख पार्टियां वंशवाद के सहारे चल रही हैं. एक नजर ऐसी ही पार्टियों और विरासत में नेतागिरी पाने वाले नेताओं पर.
तस्वीर: Reuters/A.Daveपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी से पार्टी की बागडोर संभाली. सोनिया ने 19 साल तक पार्टी का नेतृत्व किया. हालांकि बहुत से लोग राहुल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हैं. पार्टी को लगातार वंशवाद के आरोपों को भी झेलना पड़ता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaमुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव बेटा होने के कारण पद पर आए. लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पिता के तिकड़म के विपरीत स्वच्छ और भविष्योन्मुखी प्रशासन देने की कोशिश की है.
तस्वीर: Prabhakar Mani Tewariबिहार के मुख्यमंत्री माता-पिता की संतान तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं. नीतीश सरकार से अलग होने के बाद बिहार सरकार और बीजेपी पर खूब हमलावर रहते हैं. पिता लालू यादव भ्रष्टाचार के दोषी होने के कारण चुनाव लड़ नहीं सकते.
तस्वीर: UNI Photoजम्मू-कश्मीर की मौजूदा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री सैयद मुफ्ती की बेटी हैं और पिता द्वारा बनाए गए राजनीतिक साम्राज्य को संभालने और पुख्ता करने की कोशिश में हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/R. Bhatउमर अब्दु्ल्लाह दादा शेख अब्दुल्लाह और पिता फारूक अब्दुल्लाह की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं. वे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे हैं और पिछला चुनाव हारने के बाद वे प्रांत में विपक्ष के नेता हैं.
तस्वीर: Imago/Hindustan Timesसुप्रिया सूले प्रमुख मराठा नेता शरद पवार की बेटी हैं और सांसद हैं. पिछले चुनाव तक पिता स्वयं सक्रिय राजनीति में थे, इसलिए अभी तक सुप्रिया को राजनीतिक प्रशासनिक अनुभव पाने का मौका नहीं मिला है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/Raveendranद्रमुक नेता और तमिलनाडु के कई बार मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि ने अपने बेटे स्टालिन को अपना उत्तराधिकारी चुना है. 63 साल के स्टालिन पार्टी की युवा इकाई के प्रमुख हैं और युवा नेता माने जाते हैं.
तस्वीर: UNIअनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं. उनके पिता प्रेम कुमार धूमल भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अनुराग ठाकुर बीसीसीआई के प्रमुख भी रह चुके हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/S. Hussainअशोक चव्हाण महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वह राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उनके पिता शंकर राव चव्हाण ने भी दो बार बतौर मुख्यमंत्री राज्य की बागडोर संभाली थी.
तस्वीर: APप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे हैं और सांसद हैं. बिहार में रामविलास पासवान की दलित राजनीति को चमकाना और उसे आधुनिक चेहरा देना उनकी जिम्मेदारी है.
तस्वीर: UNIवे देश के उपप्रधानमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे देवी लाल की खानदानी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. उनके दादा ओमप्रकाश चौटाला भी मुख्यमंत्री थे, लेकिन अब भ्रष्टाचार के लिए जेल काट रहे हैं.
तस्वीर: Imago/Zuma Pressपिता प्रकाश सिंह बादल ने खानदानी राजनीति की नींव रखी. पिता बादल की सरकार में उनके बेटे सुखबीर पंजाब के उपमुख्यमंत्री रहे. बादल की राजनीतिक पूंजी को बचाना का भार उन पर है.
तस्वीर: Imago/Hindustan Times उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जुबानी हमले करते हुए सोमवार को कांग्रेस पार्टी को एक सल्तनत बताया, जहां केवल एक ही परिवार राज कर सकता है. गुजरात में एक चुनावी रैली में मोदी ने कहा, "यह एक ऐसा सल्तनत है, जहां केवल एक ही परिवार के लोग शासन करते हैं. मेरे लिए जनता सर्वोपरि है. हम विकास के आधार पर वोट मांगते हैं. आपने 2002, 2007, 2012 पिछले सभी चुनाव देखें, जहां कांग्रेस ने भाजपा की सिर्फ सांप्रदायिक छवि बनाने की कोशिश की."
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह 'राहुल गांधी फोबिया' से पीड़ित हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री राहुल गांधी फोबिया से पीड़ित क्यों हैं? वे इतने दबाव में क्यों हैं?" उन्होंने सवाल किया, "क्या मोदीजी बताएंगे कि वह अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जैसे अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा के सवालों का जवाब कब देंगे?"
आईएएनएस