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रूसी अमेरिकी संबंधों में और तनाव

१५ अगस्त २००८

अमेरिकी रूसी संबंध जॉर्जिया की वजह तो खट्टे हो ही रहे थे लेकिन गुरूवार को आग में घी तब पड़ गया जब पोलैंड ने अमेरिका को रॉकेट रोधी प्रणाली अपने यहां लगाने की अनुमति औपचारिक तौर पर दे दी.

मिसाइल रोधी प्रणाली पोलैंड के लिये ज़रूरी- टस्कतस्वीर: AP

जॉर्जिया और रूस के बीच हुए ताज़ा संघर्षों के बाद अमेरिका ने रूस को आड़े हाथों लिया है क्योंकि रूस संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है. उधर रूसी अमेरिकी संबंधों में तनाव का एक और कारण तब पैदा हुआ जब गुरुवार को पोलैंड में मिसाइल रोधी शील्ड लगाने के अमेरिकी पस्ताव को पोलैंड ने अंततः मान लिया और इस आशय के मसौदे पर हस्ताक्षर कर दिये. हलांकि इस प्रस्ताव को अभी पोलैंड की संसद ने पारित नहीं किया है.

रूस पर चारों तरफ़ से दबावतस्वीर: AP

अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस समझौते पर ख़ुशी ज़ाहिर की है. वहीं रूस ने अपनी आपत्ति जताते हुए रूसी विदेश मंत्री सेरगई लावरोव की सितंबर में तय पोलैंड यात्रा रद्द कर दी है. मिसाइल रोधी शील्ड लगाने के प्रारंभिक समझौते पर कल पोलैंड की राजधानी वारशाओ में पोलेंड के उपविदेश मंत्री आन्द्रै क्रेमर और प्रमुख अमेरिकी मध्यस्थ जॉन रूड ने हस्ताक्षर किये. समझौते के मुताबिक उत्तरी पोलैंड में 10 इंटरसेप्टर रॉकेट लगाए जाएंगे. अमेरिका का कहना है कि इंटरसेप्टरों और चेक गणराज्य में लगाए जाने वाले राडार से अल क़ायदा के संभावित हमलों से अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की रक्षा की जा सकेगी. इस संधि के ऐवज में अमेरिका पोलैंड को व्यापक सैन्य सहायता देगा. इस संधि में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि अगर पोलैंड को किसी तीसरे देश से ख़तरा होता है तो अमेरिका पोलैंड की सेना को सहायता करेगा. पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा कि उनके लिये संधि महत्वपूर्व है और ताज़ा अनुभवों के आधार पर पोलैंड ये निर्णय लिया है कि उसके पास अपनी सुरक्षा करने का विकल्प मौजूद होना चाहिये.

चेक गणराज्य में लगेंगे राडारतस्वीर: AP
पोलैंड की सहमति से ख़ुश बुशतस्वीर: AP

रूस ने कह दिया है कि वह पोलैंड और चेक गणराज्य के ख़िलाफ़ कड़े कदम उठाएगा. रूस इस प्रस्ताव पर शुरू से ही कहता रहा है कि अमेरिका का उद्देश्य ईरान या मध्यपूर्व के संभावित लंबी दूरी के मिसाइल हमलों को रोकना नहीं है बल्कि उसे रूस से परेशानी है. पोलैंड के विपक्षी वाम दल के नेता वोइचेख़ ओलेनिचाक ने कहा कि इस निर्णय से पोलैंड रूस के आपसी संबंधों में और ख़राब हो जाएंगे साथ ही इस निर्णय से भी दिखाई देता है कि यह मिसाइल रोधी शील्ड रूस से सुरक्षा के लिये भी लगाई गई है.

लेकिन अगर कभी ऐसी स्थिती आती है तो रूस से छूटी मिसाइल राडार पकड़ें इससे पहले पड़ोसी पोलैंड में गिर चुकी होगी. बहरहाल पोलैंड ने ऐसे समय संधि पर हस्ताक्षर किये हैं जब अमेरिका और यूरोपीय संघ रूस की जॉर्जिया हमले के मद्देनज़र कड़ी निंदा कर रहे हैं. गुरुवार को समाचारों के मुताबिक़ रूस लगातार जॉर्जिया में आगे बढ़ रहा है. एएफपी सामाचार एजेंसी के अनुसार रूसी सैनिक सशस्त्र जॉर्जिया के पश्चिमी शहर ज़ुगदिदि की तरफ़ बढ़ रहे हैं

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