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रूस और यूरोपीय संघ में मतभेद बरकरार

२२ मई २००९

रूस के साथ यूरोपीय संघ के अक्सर तनावपूर्ण संबंधों को देखते हुए हर साल होने वाली यूरोपीय रूसी शिखर भेंट से काफ़ी उम्मीदें थीं. लेकिन बातचीत के पहले दिन ही कोई ख़ास कामयाबी नहीं मिली. गैस सप्लाई का मुद्दा अब भी जस का तस है

गैस सप्लाई पर रास्ते अलगतस्वीर: AP

यूरोपीय संघ और रूस दोनों ही का कहना है कि वे पारस्परिक रिश्तों को बेहतर बनाना चाहते हैं लेकिन पिछले एक साल में जॉर्जिया युद्ध और यूक्रेन गैस विवाद के बाद गैस आपूर्ति पर झगड़े और पूर्व सोवियत गणतंत्रों के साथ संबंध बढ़ाने के यूरोपीय संघ के प्रयासों का साया शिखर भेंट पर दिखा.

गैस की कीमत चुकाए यूक्रेन: रूसतस्वीर: AP

ब्रसेल्स से 8000 किलोमीटर दूर चाबारोव्स्क में रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस को गैस का बिल चुकाने की यूक्रेन की क्षमता पर संदेह है. यदि यूक्रेन एक बार और गैस की क़ीमत रूस को नहीं चुकाता है तो इस साल के आरंभ की तरह यूरोपीय उपभोक्ताओं को गैस आपूर्ति में बाधा का सामना करना पड़ सकता है.

यूरोपीय संघ के आयोग प्रमुख होज़े मानुएल बारोसो ने मांग की व्यापार और गैस की आपूर्ति में बाधा की फिर से अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. मेदवेदेव ने कहा कि रूस यूक्रेन की मदद करने को तैयार है लेकिन इसका बड़ा हिस्सा यूरोपीय संघ को करना है. बारोसो ने स्वीकार किया रूस के साथ कई समस्याएं हैं लेकिन कहा कि दोनों पक्षों को पारस्परिक लाभ के लिए प्रयास करना चाहिए.

रूसी राष्ट्रपति ने स्पष्ट कर दिया कि रूस ऊर्जा चार्टर का सदस्य नहीं है और उसके वर्तमान रूप में उस पर दस्तख़त भी नहीं करेगा. रूस उसे एकतरफ़ा मानता है और यूक्रेन के साथ हुए विवाद जैसे मामलों में उपयुक्त भी नहीं मानता. रूस ने चार्टर में संशोधन के सुझाव दिए हैं लेकिन बारोसो चार्टर को बदलने के ख़िलाफ़ हैं. वह रूसी सुझावों पर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन उनकी राय में वर्तमान दस्तावेज़ पर प्रश्न चिह्न नहीं लगाया जाना चाहिए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ महेश झा

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य

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