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रूस को मनाने जाएंगे भारतीय नौसेना प्रमुख

१७ जून २०११

भारत के नौसेना प्रमुख एडमिर निर्मल वर्मा अगले महीने मॉस्को जा रहे हैं. वर्मा रूसी सेना के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत करेंगे. हाल के समय में भारत और रूस के सैन्य रिश्तों में तल्खी आने लगी है, मतभेद भी उभरने लगे हैं.

तस्वीर: UNI

भारत और रूस की नौसेनाओं के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास होना था. अभ्यास के लिए भारतीय नौसेना के जहाज रूस भी पहुंचे, लेकिन आखिरी वक्त में रूसी नौसेना ने अभियान में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया. भारतीय नौसेना ने इस पर निराशा जाहिर की. नौसेना प्रमुख ने इसे "निराश करने वाले तत्व" बताया. यह साफ नहीं हुआ कि रूसी सेना ने ऐसा क्यों किया.

अब मतभेद सुलझाने की कोशिश हो रही है. भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल निर्मल वर्मा जुलाई में मॉस्को जा रहे हैं. वह रूसी सेना से जुड़े शीर्ष अधिकारियों और नेताओं से मुलाकात करेंगे. इस दौरान विमानवाही युद्धपोत एडमिरल गोर्शकोव और तीन युद्धपोतों के निर्माण पर भी बातचीत होगी. वैसे फिलहाल भारत के रक्षा सचिव प्रदीप कुमार और रक्षा उत्पाद सचिव रूस में हैं. दोनों पक्ष के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग पर चर्चा हो रही है.

हाल के समय में भारत और रूस के रिश्तों में ठंडक पड़ने लगी है. एडमिरल गोर्शकोव को लेकर भारतीय अधिकारी रूस से नाराज हैं. भारत और रूस के बीच विमानवाही युद्धपोत गोर्शकोव के लिए 2004 में सौदा हुआ था. डील 1.5 अरब डॉलर में हुई. रिपोर्टें थीं कि भारत को जहाज 2008 तक मिल जाएगा. लेकिन 2007 में रूस ने भारत से और पैसा मांगा और कहा कि युद्धपोत 2012 से पहले नहीं मिलेगा. इसके बाद रूस ने भारत से 2 अरब डॉलर और देने को कहा. मतभेद होने पर रूसी अधिकारियों ने गोर्शकोव सौदे को रद्द करने तक की धमकी तक दे दी.

विश्लेषक कहते हैं कि नई दिल्ली और मॉस्कों के संबंधों में यहीं से बारीक दरार पड़नी शुरू हुई. वहीं दूसरी तरफ सन 2000 के बाद भारत और अमेरिका से संबंध भी घनिष्ठ होते चले गए. भारतीय अर्थव्यवस्था भी चमकने लगी. जानकार कहते हैं कि अब सैन्य साजो सामान खरीदने के लिए भारत सिर्फ रूस पर निर्भर नहीं रह गया. हालांकि रूस अब भी भारत को सबसे ज्यादा सैन्य सामग्री देता है लेकिन धीरे धीरे यह स्थिति बदल रही है. भारत के सामने अब अमेरिका, फ्रांस और इस्राएल जैसे विक्रेता भी हैं.

करवट लेते इन्हीं समीकरणों के बीच दिसबंर में दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात होनी हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: उभ

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