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रूस चीन बोले, बंद करो लीबिया में कार्रवाई

२२ मार्च २०११

चीन और रूस ने कहा है कि लीबिया में फौरन संघर्ष को रोक दिया जाए. दोनों देश लीबिया पर पश्चिमी देशों के हमलों से चिंतित हैं और उन्होंने सैन्य कार्रवाई में आम नागरिकों के मारे जाने पर नाराजगी जताई है.

तस्वीर: dapd

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जियांग यू ने कहा, "हमने लीबिया में सैन्य कार्रवाई में नागरिकों के मारे जाने की खबरें देखी हैं और इससे हम काफी चिंतित हैं."

रूस के रक्षा मंत्री अनातोले सेर्दियुकोव ने भी कहा कि हिंसा फौरन रोकी जानी चाहिए. उन्होंने कहा, "हम अपील करते हैं कि हिंसा बंद करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाए." सेर्दियुकोव ने अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स से मुलाकात के बाद यह बात कही. उन्होंने कहा कि लीबिया में पश्चिमी हमलों में आम लीबियाई नागरिकों के मारे जाने की खबरें आ रही हैं.

तस्वीर: dapd

रूस और चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लीबिया पर कार्रवाई के प्रस्ताव पर वोटिंग में तटस्थ थे. भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका भी इस वोटिंग मे तटस्थ रहे.

फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिकी विमान पिछली तीन रातों से लीबिया में गद्दाफी की सेनाओं पर हमले कर रहे हैं. हालांकि लीबिया से आई खबरों के मुताबिक पश्चिमी देशों के इन हमलों में कम से कम 64 लोगों की जान जा चुकी है और 150 से ज्यादा घायल हुए हैं.

लीबिया के ज्यादातर नागरिक हवाई अड्डे और बंदरगाह बर्बाद हो गए हैं. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र के नो फ्लाई जोन का प्रस्ताव लीबिया के नागरिकों की रक्षा करने के लिए था. लेकिन हम ताकत के दुरुपयोग से नागरिकों के कत्ल का विरोध करते हैं क्योंकि इससे ज्यादा बड़ा मानवीय संकट खड़ा हो रहा है."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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