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रूस ने समंदर पर बनाया 19 किलोमीटर लंबा पुल

२४ दिसम्बर २०१९

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस पुल का उद्घाटन कर दिया है जो रूस को क्रीमिया से जोड़ता है. रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था.

Krim Brücke zu Russland
तस्वीर: Imago Images/Tass/S. Malgavko

इस पुल की लंबाई 19 किलोमीटर है और यह केर्च जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है. इस पुल के उद्घाटन के बाद खुद पुतिन ट्रेन पर सवार होकर क्रीमिया से रूस के तामान प्रायद्वीप में गए. ड्राइवर के केबिन में उनकी तस्वीरें मीडिया में दिखाई जा रही हैं. पुल का निर्माण पूरा होने पर राष्ट्रपति पुतिन ने कामगारों को बधाई दी. उन्होंने कहा, "इससे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पूरा करने से हमारी क्षमता साबित होती है."

साढ़े तीन अरब डॉलर से ज्यादा की लागत से पूरे हुए इस प्रोजेक्ट में दो समांतर पुल बनाए गए हैं जिनमें से एक रेल यातायात के लिए है जबकि दूसरा गाड़ियों के लिए. इस प्रोजेक्ट की योजना 2014 में उसी वक्त बनाई गई थी जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था. ऑटोमोबाइल के लिए बने पुल का उद्घाटन पुतिन मई 2018 में ही कर चुके हैं और कुछ महीनों बाद उसे ढुलाई वाले भारी वाहनों के लिए खोल दिया गया था. रेलवे पुल को माल गाड़ियों के लिए जून 2020 में खोला जाएगा.

तस्वीर: picture-alliance/dpa/TASS/M. Metzel

क्रीमिया पर रूस का कब्जा होने से पहले भी दोनों देशों के बीच रेल यातायात था. क्रीमिया के शहरों सिम्फेरोपोल और सेवास्तोपोल से यूक्रेन, रूस और बेलारूस के लिए ट्रेन सेवा मौजूद थी. क्रीमिया पर कब्जे के बाद लंबी दूरी की ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं. सिर्फ क्रीमिया प्रायद्वीप में स्थानीय ट्रेनें चल रही थीं. रूस ने क्रीमिया में बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स में खूब पैसा लगाया है जिससे पुल और नए बिजली घर बनाए जा रहे हैं.

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यात्री रेलों के लिए पुल खुल जाने के बाद अब सेंट पीटर्सबर्ग और सेवास्तोपोल के बीच यात्रा करना संभव होगा. इस सफर में 43 घंटे का समय लगता है. सेंट पीटर्सबर्ग राष्ट्रपति पुतिन का जन्म स्थान है. वहां से पहली ट्रेन पुल के उद्घाटन के कुछ समय बाद ही क्रीमिया में पहुंची. रूस का कहना है कि यह यूरोप का सबसे लंबा रेलवे पुल है.

दूसरी तरफ यूक्रेन ना तो इस पुल से खुश है और ना ही इसके उद्घाटन के लिए क्रीमिया में पुतिन की मौजूदगी से. क्रीमिया पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के प्रतिनिधि ने फेसबुक पर अपने एक बयान में कहा है कि ये रेल संपर्क और राष्ट्रपति पुतिन का क्रीमिया दौरा "रूस की तरफ से यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का घोर उल्लंघन है."

तस्वीर: Imago Images/Tass/M. Metzel

यूरोपीय संघ ने भी पुल के उद्घाटन को यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन बताया है. संघ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि केर्च पुल का निर्माण "यूक्रेन की रजामंदी के बिना" किया गया है और यह "गैर कानूनी तरीके से हथियाए गए प्रायद्वीप को बलपूर्वक अपने क्षेत्र में मिलाने की तरफ एक और कदम" है. यूरोपीय संघ ने फिर जोर देकर कहा है कि वह क्रीमियाई प्रायद्वीप पर रूस के कब्जे को ना तो मान्यता देता है और ना ही देगा.

इसी महीने यूरोपीय संघ ने यूक्रेन संकट की वजह से रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को छह महीने के लिए बढ़ा दिया है. इससे पहले, राष्ट्रपति पुतिन फ्रांस की राजधानी पेरिस में राष्ट्पति जेलेंस्की से मिले. दोनों नेताओं की चर्चा में यूक्रेन संकट से जुड़े तनाव को घटाने पर चर्चा हुई.

एके/आरपी (डीपीए, एपी, एएफपी)

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