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रूस ने स्टालिन को नरसंहार का दोषी माना

२७ नवम्बर २०१०

रूस ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1940 में कटिन नरसंहार के लिए सीधे तौर पर पूर्व सोवियत संघ प्रमुख जोजेफ स्टालिन को दोषी माना है. इसमें पोलैंड के 22,000 नागरिकों की जान गई थी.

तस्वीर: dpa

रूसी संसद के निचले सदन ड्यूमा में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि खुफिया दस्तावेजों से इस बात के साफ संकेत मिलते हैं कि स्टालिन ने खुद इस नरसंहार के लिए आदेश दिया. स्टालिन को दोषी मानने वाले प्रस्ताव के पक्ष में 450 वोट पड़े, जबकि इसके विरोध में 342. यह पहला मौका है, जब कम्युनिस्ट नेता को नरसंहार का दोषी बताया गया है. समझा जाता है कि पोलैंड के साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए रूस में यह कदम उठाया गया है.

तस्वीर: picture-alliance/ akg-images

प्रस्ताव में कहा गया, "कई सालों तक खुफिया लाइब्रेरी में रखे गए दस्तावेजों की जांच के बाद पता लगता है कि कटिन नरसंहार का आदेश सीधे तौर पर स्टालिन की ओर से आया था. रूसी ड्यूमा अब पोलैंड के लोगों की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाती है और उम्मीद करती है कि दोनों देशों के रिश्ते बेहतर होंगे."

हालांकि सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस के पहले राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने 1940 के दस्तावेज को नकार दिया था, जिसमें स्टालिन के आदेश देने की बात थी. 1991 में विघटन के बाद से रूस इस मुद्दे से बचता रहा है.

ड्यूमा में विदेश मामलों की समिति के प्रमुख कोंस्टेटिन कोसाशियोव का कहना है, "यह ईमानदारी की बात है. बरसों तक इस मामले के बंद रहने के बाद इस घोषणा के साथ हमारे इतिहास का एक अध्याय पूरा हो गया."

पोलैंड ने इस स्वीकारोक्ति का स्वागत किया है. इसी साल रूस के दौरे पर गए पोलैंड के राष्ट्रपति लेख कचिंस्की की एक हवाई दुर्घटना में मौत हो गई थी. कचिंस्की कटिन नरसंहार में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने जा रहे थे. दुर्घटना में उनकी पत्नी सहित लगभग 100 लोग मारे गए.

पोलैंड सरकार ने उम्मीद जताई है कि रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव जब छह दिसंबर को पोलैंड के दौरे पर जाएंगे, तो वे कटिन नरसंहार से जुड़ी कुछ और असली दस्तावेज पोलैंड को सौंपेंगे. मेदवेदेव ने अप्रैल में भी कुछ दस्तावेज पोलैंड के हवाले किए थे.

माना जा रहा है कि इस कदम के साथ रूस ने पोलैंड के साथ रिश्तों की नई पहल की है. मॉस्को में निकोलाई पेत्रोव का कहना है, "इतनी कम राजनीतिक कीमत पर देश की छवि बेहतर बनाने का यह अच्छा प्रयास है."

लगभग 50 साल तक सोवियत संघ कटिन नरसंहार के लिए नाजी जर्मनी को दोषी बताता रहा. लेकिन 1990 में पहली बार सोवियत संघ के आखिरी प्रमुख मिखाइल गोर्वाच्योव ने स्टालिन की खुफिया पुलिस को इसका जिम्मेदार बताया. हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर स्टालिन का नाम नहीं लिया.

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल

संपादनः वी कुमार

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