1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

रूस पर अमेरिका और ईयू के नए प्रतिबंध

३० जुलाई २०१४

अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ वित्तीय, सैनिक और ऊर्जा क्षेत्रों में सख्त प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. इन प्रतिबंधों का लक्ष्य रूस पर आर्थिक दबाव डालना और यूक्रेन संकट में उसके हस्तक्षेप को रोकना है.

तस्वीर: AFP/Getty Images

प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस बात का खंडन किया कि पश्चिमी देशों मे अपने पुराने सोवियत काल के दुश्मन के खिलाफ नया शीत युद्ध शुरू किया है. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपनी नीतियां बदलने की अपील की. अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों को उम्मीद है कि नए प्रतिबंधों से रूस की आर्थिक मुश्किलें गहराएंगी और पुतिन को यूक्रेन में उकसावे की कार्रवाईयां रोकने के लिए बाध्य करेंगी.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि अब रूस के बैंकिंग सेक्टर की 30 फीसदी संपत्ति अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में है. प्रतिबंधों का मकसद अमेरिकी वित्तीय बाजार में रूस के छह बड़े सरकारी बैंकों की पहुंच रोकना है. पश्चिमी देश रूस के फायदेमंद आर्थिक सेक्टरों को भी निशाना बना रहे हैं. अमेरिका ने तेल उद्योग के लिए भविष्योन्मुखी तकनीकी की बिक्री पर रोक लगा दी है तो यूरोप ने हथियारों की खरीद बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है.

राष्ट्रपति ओबामातस्वीर: Win McNamee/Getty Images

यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के राजनयिकों ने मंगलवार को प्रतिबंधों की सूची तय की. बैठक में तय कदमों में वित्तीय सेवाओं के अलावा हथियारों की खरीद बिक्री पर रोक और दुहरे इस्तेमाल के सामानों पर आयात निर्यात पर प्रतिबंध शामिल होगा. साथ ही तेल उद्योग में संवेदनशील तकनीकी के निर्यात पर भी रोक लगेगी. इन प्रतिबंधों के साथ पहली बार यूक्रेन विवाद में रूसी अर्थव्यवस्था के चार क्षेत्रों को दंडात्मक कार्रवाई का निशाना बनाया गया है.

पूर्वी यूक्रेन में मलेशिया के एक यात्री विमान को मार गिराए जाने के 12 दिन बाद तय प्रतिबंधों को लागू करने से पहले सभी 28 देशों की सरकारों का अनुमोदन जरूरी होगा. मंगलवार को ब्रसेल्स में हुई बैठक में शामिल राजनयिकों के अनुसार भविष्य में रूस और यूरोपीय देशों के बीच हथियारों या सैनिक सामग्रियों की खरीदफरोख्त नहीं होगी. इसी तरह जिस तकनीकी का असैनिक और सैनिक दोनों ही इलाकों में इस्तेमाल संभव है, उन्हें रूस को नहीं बेचा जाएगा.

रूस समर्थक यूक्रेनी विद्रोहीतस्वीर: Reuters

50 फीसदी से ज्यादा सरकारी भागीदारी वाले रूसी बैंक अपने नए बॉन्ड यूरोपीय संघ में नहीं बेच पाएंगे. इन कदमों को एक साल के लिए लागू किया जाएगा और तीन महीने बाद इसकी पहली जांच की जाएगी. यूरोपीय संघ का आरोप है कि रूस मलेशिया एयरलाइंस के विमान दुर्घटना की जांच के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है और पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक विद्रोहियों की मदद कर रहा है. सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल और ईयू के दूसरे नेताओं के साथ प्रतिबंधों के बारे में बातचीत की थी.

उधर रूस ने पूर्वी यूक्रेन में बढ़ती लड़ाई की रोशनी में कीव सरकार पर पश्चिमी देशों के दबाव की मांग की है. रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हम फिर से मांग करते हैं कि कीव अपनी जनता के खिलाफ लड़ाई रोके." बयान में रूस के पश्चिमी सहयोगियों से यूक्रेन पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने की मांग करते हुए कहा गया है, "नागरिक आबादी में होने वाले शिकारों की जिम्मेदारी उनकी भी है जो इस तरह के अपराधों का समर्थन करते हैं."

एमजे/आईबी (डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें