प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच नई दिल्ली में वार्षिक शिखर बैठक हुई. दोनों देशों ने रक्षा, परमाणु ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन एवं व्यापार के क्षेत्रों में अनेक अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
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शिखर भेंट के दौरान परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर के बाद रूस की सरकारी कंपनी रोसाटोम ने नई दिल्ली में कहा कि रूस भारत को अगले 20 सालों में 12 परमाणु रिएक्टरों की सप्लाई करेगा. पुतिन के साथ बैठक में शामिल होने के लिए 15 सदस्यीय उच्च स्तरीय राजनीतिक एवं वाणिज्यिक शिष्टमंडल भी आया है.
पुतिन के भारत पहुंचने पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी भाषा में ट्वीट कर उनका स्वागत किया, "राष्ट्रपति पुतिन का भारत में स्वागत करते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है. यह यात्रा भारत और रूस के द्विपक्षीय संबधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी. भारत और रूस के लोगों के बीच काफी मजबूत संबंध हैं. दोनों देश अच्छे और मुश्किल समय में हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े रहे हैं. समय बदला है लेकिन हमारी मित्रता में कोई बदलाव नहीं आया है. अब हम इस संबंध को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं और यह यात्रा उस दिशा में एक कदम है."
शिखर भेंट के लिए पुतिन सुबह साढ़े 11 बजे हैदराबाद हाउस पहुंचे जहां मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच पहले अकेले बातचीत हुई और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत शुरू हुई. दोनों नेताओं की मौजूदगी में भारत और रूस के प्रतिनिधियों ने रक्षा, परमाणु ऊर्जा, सीमा शुल्क, बैंकिंग, विमानन और कच्चे हीरों के भारत को निर्यात जैसे क्षेत्रों में अनेक करारों पर हस्ताक्षर किए.
पुतिन और मोदी आज प्रमुख औद्योगिक एवं कारोबारी समूहों के प्रमुखों से मिलेंगे. बाद में दोनों नेता विश्व हीरा सम्मेलन में भाग लेंगे. शाम को पुतिन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात करेंगे. आज जन्मदिन मना रहे मुखर्जी रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में दावत देंगे.
एमजे/एजेए (वार्ता)
दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स
फोर्ब्स पत्रिका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे ताकतवर लोगों की सूची में 9वें स्थान पर रखा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार तीसरे साल पहले स्थान पर बने हुए हैं.
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ताकतवर पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार तीसरे साल शीर्ष पर बने हुए हैं. पहले वैश्विक स्तर पर तमाम विरोधों के बावजूद उन्होंने जिस तरह क्रीमिया का अधिग्रहण किया. हाल ही में सीरिया में हवाई हमले कर एक बार फिर वे वर्तमान गंभीर संकट में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.
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जर्मन चांसलर
जर्मनी यूरोप की राजनीति और आर्थिक पटल पर अहम स्थान रखता है और अर्थव्यवस्था के मामले में यूरोप में सबसे अधिक शक्तिशाली है. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल इस साल सूची में 5वें स्थान से उठकर तीसरे स्थान पर आ गई हैं. सीरियाई शरणार्थियों की मदद के लिए मैर्केल के उदार और साहसी कदम के कारण उनकी छवि और भी ताकतवर नेता की बनी है.
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तीसरे नंबर पर ओबामा
फोर्ब्स की ताकतवर 72 लोगों की सूची में तीसरे नंबर पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हैं. फोर्ब्स के मुताबिक दूसरे टर्म के अंतिम चरण में आ चुके ओबामा की लोकप्रियता पहले के मुकाबले कुछ कम हुई है.
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चौथे नंबर पर पोप फ्रांसिस
ऐसा नहीं है कि शक्तिशाली लोगों की सूची में सिर्फ देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हों. इसी सूची में कैथोलिक गिरजे के प्रमुख पोप फ्रांसिस भी हैं. पोप रूढ़िवादी कैथोलिक ईसाइयों की पुरानी छवि को बदलने के काम में जुटे हुए हैं.
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शी जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग फोर्ब्स की सूची में पांचवे नंबर पर हैं. सत्तारूढ़ जिनपिंग माओ झे डोंग के बाद सबसे ताकतवर चीनी नेता बनकर उभरे हैं. वे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं.
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छठवें नंबर पर बिल गेट्स
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स इस सूची में सातवें से छठी पायदान पर आ गए हैं. अमेरिका के सबसे अमीर शख्स गेट्स अपने अरबों डॉलर का इस्तेमाल दुनिया भर के प्रमुख सामाजिक परिवर्तन के लिए कर रहे हैं.
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ऊपर उठे नरेंद्र मोदी
इस साल 9वें स्थान पर विराजमान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 की सूची में 15वें स्थान पर थे. मई 2014 में हुए आम चुनाव में बहुमत से जीतकर सत्ता में आने वाले बीजेपी नेता मोदी के बारे में फोर्ब्स का कहना है कि पीएम मोदी को अपनी पार्टी के सुधार एजेंडा को आगे बढ़ाने और "झगड़ालू विपक्ष" पर नियंत्रण करने पर ध्यान देना चाहिए.