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रूस में जहाज डूबाः 100 से ज्यादा लापता

११ जुलाई २०११

रूस के गोताखोर वोल्गा नदी में डूबे जहाज की सवारियों की तलाश में लगे हैं. इसमें सैकड़ों लोग थे, जिनमें से आठ के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. 100 लोगों के बारे में बुरी आशंका जताई जा रही है.

In this photo provided by Russia Emergency Situations Ministry press service, shows rescue boats trying to locate passengers of a tourist boat that sunk on the Volga River, in central Russia on Sunday, July 10, 2011. passenger boat with over 180 people onboard sank on the Volga River in central Russia Sunday, killing at least one person, injuring two and leaving 15 missing, officials said. Regional emergencies ministry spokesman Marat Rakhmatullin said the boat sank in the middle of the river in the Tatarstan region, about 450 miles (750 kilometers) east of Moscow. He said a woman drowned and her body was delivered to a hospital. (Foto:Ministry of Emergency Situations press service/AP/dapd)
लापता लोगों की तलाशतस्वीर: dapd

दर्जन भर गोताखोर पानी के अंदर विशेष रोशनी का इस्तेमाल कर रहे हैं. हादसे में किसी तरह बचे लोगों का कहना है कि रविवार को आए तूफान में लगभग 50 साल पुराना जहाज एक तरफ को झुक गया और देखते ही देखते डूब गया. यह जहाज दोमंजिला था.

हादसे में 80 लोगों को बचा लिया गया है. वे लोग हादसे के बाद घंटे भर तक पानी में तैरते रहे और बाद में वहां से गुजरती नाव में सवार हो गए. आपातकाल मंत्रालय की प्रवक्ता इरिना एंद्रियानोवा ने इस बात की जानकारी दी और कहा कि शेष लोगों का बच पाना मुश्किल दिखता है, "गोताखोरों के मुताबिक किसी और को जिंदा निकालना मुश्किल है."

रूसी मीडिया का कहना है कि जहाज में कम से कम 60 बच्चे सवार थे और हादसे से ठीक पहले उनमें से 30 खेलने के लिए एक ही जगह जमा हुए थे.

80 को बचाया गयातस्वीर: dapd

एंद्रियानोवा ने कहा कि जहाज में 185 लोग सवार थे. लेकिन बाद में मंत्रालय ने साफ किया कि इसमें 199 लोग थे, जिनमें से 18 रजिस्टर्ड नहीं थे. इन लोगों में 79 को बचा लिया गया है, जिनमें 56 यात्री और चालक दल के 23 लोग शामिल हैं.

हादसे में बची एक महिला ने कहा कि वह अपनी बेटी का हाथ पकड़े हुई थी लेकिन अचानक उनके हाथ अलग हो गए. दहाड़ें मार कर रोती महिला ने कहा, "वहां बहुत से बच्चे थे. कोई भी नहीं निकल पाया."

रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. मीडिया इस जहाज की उम्र पर सवाल उठा रहा है. यह जहाज 1955 में उस वक्त के चेकोस्लोवाकिया में बना था.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः आभा एम

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