स्नोडेन के वकील अनातोली कुचेरेना का कहना है, "उनकी मांग को मान लिया गया है और उन्हें तीन साल का रेसिडेंस परमिट मिल गया है. अब वह खुले तौर पर रह सकते हैं या विदेश भी जा सकते हैं."
पिछले साल लगभग एक महीने तक रूसी राजधानी मॉस्को के एक एयरपोर्ट पर ट्रांसिट एरिया में रहने वाले स्नोडेन को उसके बाद रूस ने शरणार्थी के तौर पर स्वीकार कर लिया था. वह अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी एनएसए के एजेंट रह चुके हैं और पिछले साल ही उन्होंने जबरदस्त खुलासे किए थे. उनका कहना है कि जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल सहित दुनिया भर की कई हस्तियों पर नजदीक से जासूसी की जा रही थी.
फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि स्नोडेन कहां रहते हैं और क्या वे काम कर रहे हैं या नहीं. रूसी मीडिया में आखिरी बार उनकी तस्वीर 2013 दिसंबर में छपी थी. उस समय वह मोस्क्वा नदी पर बोट चलाते दिख रहे थे. लाइफन्यूज नाम की लोकप्रिय वेबसाइट ने भी उनकी तस्वीर छापी थी, जिसमें वह सुपर मार्केट में ट्रॉली लेकर कुछ खरीदारी करते नजर आ रहे थे. साथ में उनके वकील अनातोली कुचेरेना भी दिख रहे थे, जो बताता है की तस्वीर फर्जी नहीं थी.
इस साल अप्रैल में वह अचानक प्रकट हुए और उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन से सवाल किया, "मैं जानना चाहता हूं कि क्या रूस करोड़ों लोगों के संचार को किसी तरह रोकता, स्टोर करता या उसकी विवेचना करता है." उनका यह सवाल पहले से रिकॉर्डेड था.
अमेरिका का आरोप है कि स्नोडेन ने जासूसी और राष्ट्रीय संपदा की चोरी की है. पिछले साल वह हॉन्ग कॉन्ग पहुंचे थे और दक्षिण अमेरिका जाना चाहते थे. लेकिन तब तक बात इतनी बढ़ चुकी थी कि वह मॉस्को एयरपोर्ट से आगे नहीं बढ़ पाए. उनके वकील का कहना है कि स्नोडेन को अभी भी जान का खतरा है.
इससे पहले जनवरी में स्नोडेन ने दावा किया कि कुछ अमेरिकी अधिकारियों ने ऑनलाइन उन्हें जान से मारने की धमकी दी. चर्चा चल रही थी कि कानून का सामना करने वह अमेरिका लौट सकते हैं या फिर ब्राजील में शरण ले सकते हैं. लेकिन फिलहाल स्नोडेन ने रूस में ही रहने का फैसला किया है. उनके वकील कुचेरेना ने जुलाई में संकेत दिए थे कि उनके दस्तावेजों को जमा किया जा रहा है.
सरकारी राजों का पर्दाफाश करने वाले हीरो कई हैं. उनका अपना ही देश उनके लिए मुसीबत बन उठता है. अमेरिका के एडवर्ड स्नोडेन का मामला उठने के बाद फिर से चर्चा गर्म है.
तस्वीर: Getty Imagesकई लोगों के लिए अमेरिका के एडवर्ड स्नोडेन एक हीरो हैं. हालांकि अमेरिकी सरकार उन्हें विद्रोही के तरह देख रही है क्योंकि उन्होंने अमेरिकी खुफिया विभाग एनएसए की कई इंटरनेट जानकारियों को लीक कर दिया है. अब वे अपने लिए एक आशियाना तलाश रहे हैं क्योंकि दुनिया में ऐसे लोगों को जगह नहीं मिलती.
तस्वीर: Getty Imagesअमेरिकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग एडवर्ड (दाएं) को मई 2010 में गिरफ्तार कर लिया. उन पर विकिलीक्स को हजारों खुफिया जानकारी देने का आरोप है. उन्होंने ऐसे दस्तावेज भी उजागर किए हैं, जिनमें अमेरिका ने मित्र देशों पर सवाल उठाया है. अब वह उम्र कैद काट रहे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaएफबीआई के पूर्व उप प्रमुख मार्क फेल्ट को पर्दाफाश करने वालों की लिस्ट में सबसे ऊपर रखा जाता है. उन्होंने 1974 में वॉशिंगटन पोस्ट के दो रिपोर्टरों को बारीकी से बताया था कि किस तरह रिचर्ड निक्सन ने विपक्षी डेमोक्रैट नेता के दफ्तर की जासूसी कराई. राष्ट्रपति निक्सन को इस्तीफा देना पड़ा लेकिन फेल्ट भी 33 साल तक छिपे रहे.
तस्वीर: APवॉशिंगटन पोस्ट के दोनों रिपोर्टरों बॉब वूलवर्ड और कार्ल बर्नश्टाइन के हिस्से वाटरगेट स्कैंडल का राजफाश करने का सेहरा बांधा जाता है. लेकिन इन्होंने खास तौर पर जानकारी देने वाले मार्क फेल्ट की पहचान भी छिपाए रखी. आखिरकार 2005 में फेल्ट खुद सबके सामने आ गए और तीन साल बाद उनकी मौत हो गई.
तस्वीर: APसर्गेई मैगनित्स्की की मौत 2009 में रहस्यमय हालात में पुलिस की हिरासत में हो गई थी. वह सिर्फ 37 साल के थे. उन्होंने सरकारी भ्रष्टाचार को उजागर करने का दावा किया था. इस तस्वीर में उनके वकील मुकदमे की सुनवाई में शामिल हो रहे हैं और मैगनित्स्की की जगह एक खाली बाड़ा है.
तस्वीर: Reutersपूर्व बैंक मैनेजर रूडोल्फ एल्मर की यह तस्वीर 2011 की है, जिसमें वह विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को 2000 के संभावित टैक्स चोरों के दस्तावेज सौंप रहे हैं. असांज ने पता नहीं कितने मामलों को उजागर किया और उनके खिलाफ स्वीडन में सेक्स से जुड़े मामले में वारंट जारी किया गया है.
तस्वीर: AFP/Getty Imagesयूरोपीय संघ के अधिकारी पॉल फैन बाइटेनेन ने 1998 में वित्तीय गड़बड़ियों से भरी जानकारी का खुलासा किया, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. उनके बॉस चाहते थे कि मामले को दबा दिया जाए. लेकिन उन्होंने दबाव बनाए रखा और आखिर में यूरोपीय संघ के पूरे कमीशन को इस्तीफा देना पड़ा. साल 2000 में संघ ने ऐसे लोगों की सुरक्षा के लिए कानून बना दिया है.
तस्वीर: Getty Imagesओकलाहामा के एक प्लांट में काम करने वाली कैरन सिल्कवुड के हाथ सुरक्षा में खामियों से जुड़े कुछ दस्तावेज लग गए थे. उन्होंने इसे प्रेस के हवाले करने का फैसला किया लेकिन रास्ते में ही उनकी कार का हादसा हो गया और इसमें उनकी मौत हो गई.
तस्वीर: picture-alliance/UPIइस्राएली सामाजिक कार्यकर्ता मोरदेशाई वानुनू की जानकारी पर लंदन की संडे टाइम्स ने 1986 में इस्राएल के परमाणु कार्यक्रम के बारे में छापा भी नहीं था कि इस्राएली खुफिया विभाग मोसाद ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उन पर देशद्रोह का मुकदमा चला और उन्हें 18 साल की जेल की सजा मिली. 2004 में जेल से छूटने पर वानुनू ने कहा कि वह शांति के लिए लड़ते रहेंगे. उनके इस्राएल छोड़ने पर पाबंदी है.
तस्वीर: AFP/Getty Imagesन्यू यॉर्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग के साथ खड़ा शख्स जेफरी वाइगंड हैं, जिन्हें 1993 में ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको ने बर्खास्त कर दिया था. वाइगंड ने राजफाश किया था कि किस तरह तंबाकू कंपनियां सिगरेट में ऐसी चीजें मिलाती हैं, जिससे लोगों को इसकी लत लगे और वे इसके बिना न रह सकें.
तस्वीर: Getty Images
एजेए/एमजी (एएफपी)