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लादेन के परिवार को वापस भेजने की कोशिश में पाक

९ अक्टूबर २०११

पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन की तीन बीवियों और उनके बच्चों को वतन वापस भेजने के लिए सउदी अरब और यमन की सरकारों से संपर्क किया है. अल कायदा प्रमुख ओसामा को इसी साल अमेरिकी सेना ने मार दिया.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

इसके बारे में खबरें तब सामने आईं जब ओसामा बिन लादेन की पाकिस्तान में मौजूदगी की जांच कर रहे एक न्यायिक आयोग ने एलान किया कि उसने बिन लादेन के परिवार वालों के पाकिस्तान से जाने पर लगी रोक हटा दी है. अधिकारियों ने सउदी अरब और यमन से संपर्क कर लादेन की विधवाओं और उनके बच्चों को उनके देश वापस भेजने की बात की है. अमेरिकी टीवी चैनल सीबीएस और सीएनएन ने एक अज्ञात पाकिस्तान अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है.

तस्वीर: AP

बिन लादेन के परिवार में तीन विधवाएं हैं. इनमें दो सउदी और एक यमनी हैं. एबटाबाद में अमेरिकी सेना की कार्रवाई में लादेन की मौत के बाद से ही पाकिस्तानी सेना ने इन सबको अपनी हिरासत में ले रखा है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक बड़े अधिकारी ने सीबीएस न्यूज से कहा, "हम लोगों ने अपनी जांच पूरी कर ली है और इस परिवार से हमें जितनी जानकारी जुटानी थी वह मिल चुकी है."

अब जरूरत नहीं

अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने भी लादेन के परिवार से पूछताछ की है. पाक अधिकारी ने बताया, "मेरा मानना है कि अमेरिकी अधिकारियों ने भी अपनी पूछताछ कर ली है. ऐसे में मुझे नहीं लगता कि अमेरिका को इन लोगों की और जरूरत है. पाकिस्तान ने कुछ ही समय पहले अमेरिकी अधिकारियों से लादेन के परिवार वालों को मिलाया. सैद्धांतिक रूप से इन लोगों को इनके देश वापस भेजने पर फैसला हो चुका है."

पाकिस्तान सरकार के अधिकारी इससे पहले कहते रहे हैं कि इन लोगों की वतन वापसी के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह यह भी है कि बिन लादेन और उनके परिवार वालों को मीडिया से ज्यादा बात करने का मौका न मिले. पाकिस्तानी सरकार के अधिकारी ने सीबीएस न्यूज से कहा, "ये लोग बिन लादेन के घर पर हुए हमले के केवल साक्षी रहे हैं. मैं समझता हूं कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच यह सहमति रही है कि इन लोगों को अपनी उल्टी सीधी बात कहने का मौका न मिले क्योंकि इससे लोगों का गुस्सा भड़केगा."

तस्वीर: dapd/ABC News

पश्चिमी देश के एक राजनयिक ने बिना नाम बताए कहा कि यह मुमकिन है कि यमनी बीवी के साथ ही पूरे परिवार को पहले सउदी अरब भेजा जाए. इस राजनयिक के मुताबिक, "एक बार सउदी अरब चले गए तो वहां मीडिया पर इतना नियंत्रण है कि इन लोगों को इंटरव्यू के लिए किसी बड़े नेटवर्क को बुला पाना संभव नहीं होगा."  इस राजनयिक ने यह चेतावनी भी दी कि एक बार ये लोग पाकिस्तान से चले गए तो इनकी बातें इंटरनेट तक नहीं पहुंचेंगी. इसकी कोई गारंटी नहीं दे सकता."

लादेन की तीन विधवाओं में सबसे छोटी 29 साल की अमल अहमद अब्दुलफतह एबटाबाद में अमेरिकी हमले के दौरान जख्मी हो गई थीं. एक अमेरिकी अधिकारी ने बिना अपना नाम बताए सीएनएन से बाकी दो बीवियों का नाम खरीरिया साबर उर्फ उम्म हमजा और सिहम साबर उर्फ उम्म खालिद बताया.

रिपोर्टः पीटीआई/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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