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लादेन से बात करने की मांग फ्रांस ने ठुकराई

२० नवम्बर २०१०

फ्रांस ने अल कायदा की उत्तरी अफ्रीका शाखा की उस मांग को खारिज किया है जिसमें कहा गया है कि अपने पांच नागरिकों को छुड़ाने के लिए फ्रांस को ओसामा बिन लादेन से बात करनी होगी.

अल कायदा की पत्रिका

फ्रांसीसी विदेश मंत्री मिशेल आलियो-मारी ने एक बयान में कहा कि फ्रांस अपनी विदेश नीतियों पर कभी भी बाहरी लोगों का प्रभाव नहीं स्वीकार करेगा. उन्होंने बताया कि फ्रांस हर हालत में अगवा किए गए नागरिकों को छुड़ाएगा. हालांकि आलियो-मारी ने सीधे तौर पर ओसामा बिन लादेन का नाम नहीं लिया. फ्रांस की सरकार गुरुवार रात को मिले एक संदेश की जांच कर रही है.

विदेश मंत्री आलियो-मारीतस्वीर: AP

संदेश को अल जजीरा चैनल पर प्रसारित किया गया था. उत्तरी अफ्रीका में अल कायदा का प्रमुख समझे जाने वाले अबू मोसाब नाम के व्यक्ति ने इस संदेश में कहा है कि अगवा किए गए लोगों की सुरक्षा के लिए फ्रांस को अफगानिस्तान से अपने सैनिक वापस लेने होंगे. उसने यह भी कहा कि इस बारे में किसी भी तरह की बातचीत ओसामा से ही हो सकेगी.

इस साल सितंबर में नाइजर में फ्रांस के पांच नागरिकों को अगवा कर लिया गया. इनके साथ अफ्रीका के दो नागरिक भी थे. पिछले महीने कथित तौर पर बिन लादेन की ओर से आए एक संदेश में उसने कहा था कि फ्रांस में मुसलमानों के प्रति रवैया और बुर्के पर प्रतिबंध की वजह से ऐसा किया जा रहा है. फ्रांस के सैनिक उत्तर अफ्रीका में स्थानीय सरकारों के साथ काम कर रहे हैं और आतंकवादी गुटों से लड़ने में मदद कर रहे हैं. उत्तर अफ्रीका, खासकर मगरेब वाले इलाकों में अल कायदा सक्रिय है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः ए कुमार

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