दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पंजाबी अभिनेता और एक्टिविस्ट दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है, जो 26 जनवरी को लाल किला पर हुए हिंसा मामले में वांछित थे.
विज्ञापन
दीप सिद्धू 26 जनवरी के बाद से फरार थे. पुलिस ने पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर उनकी तलाश की और उन पर 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था. स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने कहा, "हमने आरोपी दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है." दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा में संलिप्तता के लिए दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह के बारे में जानकारी के लिए प्रत्येक पर 1 लाख रुपये का नकद इनाम रखा था और जजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था.
हिंसा में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे. पुलिस अब जांच करेगी कि उन्हें 26 जनवरी के बाद कहां से पनाह मिली और इसे किसने मुहैया कराया. जिन लोगों ने सिद्धू को शरण दी थी, वे भी कानूनी कार्रवाई का सामना कर सकते हैं. इससे पहले, एक अन्य सह-अभियुक्त सुखदेव सिंह को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था.
31 जनवरी को सिद्धू ने अपने वेरिफाइड फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया था. 15 मिनट के लंबे वीडियो संदेश 'सीधे दिल से' में उन्हें पंजाबी में एक भावनात्मक बयान देते हुए देखा गया, जिसमें उन्होंने कहा था, "मुझे बदनाम किया जा रहा है .. मैंने अपना पूरा जीवन पीछे छोड़ दिया और यहां पंजाबियों के विरोध में शामिल होने के लिए आया लेकिन अब मुझे देशद्रोही करार दिया जा रहा है."
उन्होंने तीन कृषि कानूनों के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए कहा था, "मैंने जो किया, वो आपके अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए था. इतने महीनों से मैं सड़कों पर, टेंटों में सभी से मिल रहा हूं. अब एक शख्स को देशद्रोही बनाया जा रहा है." अपलोड करने के दो घंटे के भीतर, इसे 19,000 बार देखा गया था और इस पर 11,000 कमेंट किए गए थे.
विदेशी सेलेब्रिटी कर रहे हैं किसान आंदोलन की पैरवी
कई अंतर्राष्ट्रीय जाने-माने लोगों ने भारतीय किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन का समर्थन किया है. समर्थन में किए जा रहे ट्वीट्स की कड़ी अब बढ़ती जा रही है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन्हें गैरजिम्मेदाराना बताया है.
तस्वीर: Sean Kilpatrick/The Canadian Press/ZUMAPRESS.com/picture alliance
रिहाना
रिहाना विश्वभर में जानी जाने वाली अमेरिकी पॉप गायिका हैं. उन्होंने मंगलवार को किसान आंदोलन पर एक ट्वीट कर पूछा कि "हम इस पर कोई बात क्यों नहीं कर रहे" और साथ ही हैशटैग 'फार्मर्स प्रोटेस्ट्स' को दुनिया भर में पहुंचा दिया. ट्वीट के नतीजतन कई और अमेरिकी सेलिब्रिटीज ने इस पर अपने विचार व्यक्त किए.
स्वीडेन की 18-वर्षीय ग्रेटा थुनबर्ग जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में जानी-मानी एक्टिविस्ट हैं. उन्होंने भी ट्विटर पर दिल्ली के कुछ हिस्सों में हो रहे इंटरनेट बंद के बारे में एक खबर शेयर की और कहा कि “हम भारत में #फार्मर्स प्रोटेस्ट्स के साथ एकजुटता में खड़े हैं."
तस्वीर: Steffen Trumpf/dpa/picture alliance
अमांडा सेर्नी
अमांडा सेर्नी एक प्रसिद्ध इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर हैं. उन्होंने अपने अकाउंट पर तीन भारतीय वृद्ध महिलाओं की तस्वीर को साझा किया है और लिखा, "पूरी दुनिया देख रही है. इस मुद्दे को समझने के लिए आपको भारतीय, पंजाबी या फिर दक्षिणी एशियाई होने की जरूरत नहीं है. आपके पास केवल मानवता की भावना होनी चाहिए. बोलने के अधिकार, प्रेस के अधिकार, वर्कर्स के लिए समानता और गरिमा जैसे आम अधिकारों की हमेशा मांग करें."
तस्वीर: Scott Roth/Invision/AP/picture alliance
मीना हैरिस
मीना हैरिस अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी हैं. वह पेशे से वकील हैं और उन्होंने भी ट्वीट करते हुए लिखा है, “उग्र राष्ट्रवाद अमेरिकी राजनीति में एक ताकत के रूप वैसे ही उभरा है जैसा कि भारत में है या कई और देशों में. इसे केवल तभी रोका जा सकता है जब लोग इस वास्तविकता के प्रति जाग जाएं कि तानाशाही जाने वाली नहीं है."
तस्वीर: DNCC/Getty Images
लिली सिंह
मशहूर यूट्यूबर लिली सिंह ने भी किसान आंदोलन का समर्थन किया है. उन्होंने रिहाना के ट्वीट को दोबारा साझा करते हुए उनका शुक्रिया भी अदा किया है. लिली सिंह कनाडा में भारतीय मूल की कलाकार हैं और उनका चैनल "सुपरवूमन" देश-विदेश में काफी प्रसिद्ध है.
तस्वीर: Chris Pizzello/Invision/AP/picture alliance
जिम कोस्टा
अमेरिका के प्रभावशाली विदेश मामलों की समिति के सदस्य डेमोक्रेट जिम कोस्टा ने कहा कि "शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए."
तस्वीर: Michael Brochstein/ZUMA Wire/picture alliance
रूपी कौर
लघु कविता लिखने वाली विश्व प्रसिद्ध कवयित्री रूपी कौर ने भी रिहाना को धन्यवाद किया है. उन्होंने फार्म बिल के बारे में विस्तार से लिखा है और आगे पूछा है कि अगर अन्नदाता इस लड़ाई में हारेंगे तब करोड़ों हिन्दुस्तानियों को खाना कौन देगा?"
तस्वीर: Chris Young/The Canadian Press/AP Images/picture alliance
जमीला जमील
जमीला जमील एक प्रसिद्ध ब्रिटिश अदाकारा हैं. वह समसामयिक मुद्दों पर अपने विचार रखती रहती हैं. उन्होंने रिहाना के ट्वीट को रीट्वीट किया है और ट्विटर पर अपने 11 लाख से ज्यादा फॉलोवर तक पहुँचाया है.
तस्वीर: Jim Ruymen/newscom/picture alliance
जस्टिन ट्रुडो
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल दिसम्बर में ही कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को अपना समर्थन दिया था और कहा था कि स्थिति चिंताजनक है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने तब इस टिप्पणी को 'भारत के आंतरिक मामलों में अस्वीकार्य हस्तक्षेप' बताया था.
तस्वीर: Sean Kilpatrick/The Canadian Press/ZUMAPRESS.com/picture alliance