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लिट्टे ने राजीव की हत्या के लिए माफी मांगी

२४ मई २०११

तमिल विद्रोही संगठन लिट्टे के एक वरिष्ठ नेता कुमारन पद्मनाभन ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के लिए माफी मांगी है. उन्होंने इसे एक 'गलती' बताया है. हाल ही में राजीव की हत्या को 20 साल पूरे हुए.

Das letzte Foto des indischen Politkers Rajiv Gandhi, aufgenommen wenige Augenblicke vor seinem Tod. Vorne links die mutmassliche Attentäterin "Thanu". Der ehemalige indische Ministerpräsident und jetzige Oppositionsführer Rajiv Gandhi ist am 21. Mai 1991 während einer Wahlkampfveranstaltung in der Nähe von Madras einem Bombenattentat zum Opfer gefallen. Die mutmassliche Attentäterin, ein Komplize und zwei unbeteiligte Frauen kamen bei dem Anschlag ebenfalls ums Leben.
राजीव गांधी की आखिरी तस्वीरतस्वीर: picture-alliance/dpa

कुमारन पद्मनाभन ने कहा कि राजीव गांधी की हत्या "की योजना प्रभाकरन (और लिट्टे के खुफिया एजेंसी प्रमुख पोट्टू अम्मन) ने सोच समझ कर बनाई थी. सच सब को पता है."

भारत के एक टीवी चैनल से बातचीत में पद्मनाभन ने कहा, "मैं भारत के लोगों और खासकर गांधी परिवार से कहना चाहता हूं. मैं प्रभाकरन की गलती के लिए माफी चाहता हूं. मैं आपसे विनती करता हूं. हमें इस सब के लिए माफ कर दें. हम राजीव गांधी के बेटे (राहुल) की भावनाओं के बारे में जानते हैं. किस तरह पिता और बेटी (प्रियंका) एक दूसरे से जुड़े हुए थे." पद्मनाभन लिट्टे के आर्थिक मामलों की देखरेख करते थे. राजीव गांधी की हत्या 1991 में चेन्नई के पास श्रीपेरमबुदूर में हुई थी. वह चुनाव प्रचार के लिए वहां पहुंचे थे, जब लिट्टे की एक आत्मघाती हमले में उनकी मौत हो गई.

पद्मनाभन ने कहा कि श्रीलंका में तमिल जनता की मदद करनी चाहिए और मनुष्यों की तरह जीने में उन्हें सहारा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे पहले भी एक बहुत बड़ी कीमत चुका चुके हैं और उनके पास "अब खोने के लिए कुछ भी नहीं है." 2009 में श्रीलंकाई सेना के अभियान में लिट्टे प्रमुख वी प्रभाकरन को मार गिराया गया और देश में दशकों से चले आ रहे गृह युद्ध को खत्म किया गया. तमिलों को मुख्यधारा में शामिल करने का वादा करने वाली राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे की सरकार पर युद्ध अपराधों के आरोप भी लग रहे हैं.

रिपोर्टः पीटीआई/एमजी

संपादनः ए कुमार

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