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लीबियाः पश्चिम की ओर बढ़े विद्रोही

२७ मार्च २०११

लीबिया में विद्रोही गुटों ने बड़ी जीत हासिल करते हुए शासक मुअम्मर गद्दाफी की फौज को अजदाबिया और ब्रेगा शहरों से खदेड़ दिया है. अब वे पश्चिमी की ओर बढ़ रहे हैं

तस्वीर: dapd

इस बीच शनिवार रात को भी पश्चिमी वायुसेना ने लीबिया पर हवाई हमले जारी रखे. फ्रांस ने कहा है कि उसने लीबिया के पांच लड़ाकू विमान और दो हेलीकॉप्टरों को मार गिराया है.

इन हवाई हमलों की मदद से विद्रोहियों के हौसले बुलंद हैं और वे अब पश्चिमी हिस्सों की ओर बढ़ रहे हैं. गद्दपी की सेना पूर्वी शहरों से एक एक करके पीछे हट रही है.

एक विद्रोही प्रवक्ता शम्सीद्दीन अब्दुलमोल्लाह ने बेनगाजी में कहा, "अजदाबिया सौ फीसदी हमारी फौजों के कब्जे में है. गद्दाफी की फौजें अब पिछड़ रही हैं क्योंकि उनके पास हवाई ताकत और भारी हथियार नहीं हैं." अब्दुलमोल्लाह ने इस जीत का श्रेय पश्चिमी फौजों को देते हुए कहा कि गठबंधन सेनाओं की हफ्तेभर की गोलाबारी के बावजूद यह जीत संभव न होती.

तस्वीर: AP

एक अन्य विद्रोही प्रवक्ता अहमद खलीफा ने बताया कि विद्रोही गुटों ने गद्दाफी की सेना के 13 लड़ाकों को पकड़ा है और उनके साथ युद्ध कैदी जैसा बर्ताव किया जा रहा है. एक डॉक्टर ने बताया कि अजदाबिया के बाहर 21 सरकारी सैनिकों के शव बरामद हुए हैं.

ब्रेगा भी कब्जे में

एक विद्रोही नेता अब्देलसलाम अल मादानी ने कहा है कि ब्रेगा शहर भी अब विद्रोहियों के कब्जे में हैं और सरकारी फौजें यहां से पूरी तरह निकल चुकी हैं. मादानी ने कहा, "हम ब्रेगा के केंद्र में हैं. गद्दाफी की फौज लौट रही है." समाचार एजेंसी एएफपी के एक संवाददाता ने खबर दी है कि लोग कम से कम दो गद्दाफी समर्थक सैनिकों के शवों को घेरे खड़े थे और उनके साथ तस्वीरें खिंचवा रहे थे. मस्जिद और घरों पर भारी गोलाबारी के निशान साफ देखे जा सकते हैं. गद्दाफी की फौज के लौटने के बाद विद्रोहियों ने जमकर जश्न मनाया और हवा में गोलियां चलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.

तस्वीर: AP

मिसराता की मांग

19 मार्च से फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन के वायु सेना लीबिया पर हमले कर रही है. इन हमलों से विद्रोही सेना को बड़ी मदद मिली है. हालांकि पश्चिमी लीबिया में राजधानी त्रिपोली और आसपास के इलाकों में गद्दाफी का समर्थन और कब्जा बना हुआ है. विद्रोही अब पश्चिमी सेनाओं से मिसराता में मदद मांग रहे हैं. एक विद्रोही नेता मुस्तफा घेरियानी ने कहा, "मिसराता के बारे में कुछ कीजिए. वहां लोग मरने तक को तैयार हैं. वहां दखल की जरूरत है." मिसराता में भारी लड़ाई की खबरें हैं और गद्दाफी के निशानेबाज शहरभर में फैले हुए हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उभ

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