लीबिया के विदेश मंत्री ने सरकार छोड़ी
३१ मार्च २०११ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक बुधवार को मूसा कूसा लंदन के पश्चिम में फार्नबरो हवाई अड्डे पहुंचे. विदेश मंत्रालय से जारी बयान में कहा गया है, "वे खुद अपनी मर्जी से यहां आए हैं. उन्होंने हमसे कहा कि वे अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं." गद्दाफी की सरकार को छोड़ने वालों में कूसा सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. वे लीबियाई सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार नहीं है. मंत्रालय ने कहा, "गद्दाफी के करीबी अधिकारियों से हम यही कहना चाहेंगे कि वे उन्हें छोड़कर लीबिया के लिए एक बेहतर भविष्य की ओर काम करें जिसमें राजनीति को बदला जा सके, सुधार लाए जा सकें और लीबिया के लोगों की उम्मीदों को पूरा किया जा सके." कूसा ट्यूनीशिया से लंदन पहुंचे. ट्यूनीशिया में वे दो दिन की यात्रा पर गए थे. त्रिपोली में लीबियाई सरकार के मुताबिक कूसा अपने निजी काम से वहां गए थे.
अमेरिकी सरकार ने कूसा के इस्तीफे का स्वागत किया है और कहा कि कि इससे लीबिया की सरकार को बड़ा झटका पहुंचेगा. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, "यह एक बहुत बड़ा विद्रोह है और यह इस बात का संकेत है कि गद्दाफी के आसपास लोगों का मानना है कि सब जल्द खत्म होने वाला है." विदेश मंत्री बनने के बाद से कूसा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लीबिया की छवि को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच ब्रिटेन के विदेश सचिव विलियम हेग ने कहा कि ब्रिटेन की सरकार पांच लीबियाई राजनयिकों को देश से बाहर भेज रही है क्योंकि यह लोग लंदन में गद्दाफी विरोधी गुटों को धमकियां दे रहे थे. हेग के मुताबिक ब्रिटेन की सरकार का मानना है कि ब्रिटेन में इन राजनयिकों की उपस्थिति से देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
उधर लीबिया में विद्रोहियों की हालत खराब होती दिख रही है. बुधवार को गद्दाफी के सैनिकों ने रास लनूफ, उकायला और ब्रेगा शहरों को वापस अपने कब्जे में ले लिया है. हालांकि अमेरिकी अखबार न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के जासूस कई हफ्तों से लीबिया में हैं और विद्रोहियों के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एन रंजन