लीबिया पर नाटो के नए हमले, प्रतिबंध सख्त
७ जून २०११मंगलवार को लीबिया की राजधानी त्रिपोली पर नाटो के ताजा हमले हुए हैं तो यूरोपीय संघ ने लीबिया के छह बंदरगाहों को आर्थिक प्रतिबंधों की सूची में शामिल कर दिया है. यूरोपीय संघ की सरकारों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूरोपीय परिषद ने एक बयान में कहा, "परिषद ने देश की स्थिति को देखते हुए संपत्ति जब्त करने के दायरे में लीबिया के छह बंदरगाहों को शामिल करने का फैसला लिया है."
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब से पश्चिमी सेनाओं ने लीबिया पर मार्च में बमबारी शुरू की है तब से यह सबसे भारी बमबारी का दिन था. नाटो ने त्रिपोली पर अपने हमले में तेजी ला दी है और हर घंटे बमबारी की गति बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को निचली उड़ान भरने वाले नाटो विमानों ने राजधानी के 11 ठिकानों को निशाना बनाया. कुछ बम गद्दाफी के घरों के करीब भी गिरे. सरकारी पक्ष ने इसकी पुष्टि नहीं की है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि बाब अल अजीजिया कंपाउंड में बमबारी के बाद आग लग गई और धुआं निकलता देखा गया.
मंगलवार को 69 साल के हो रहे गद्दाफी का कोई अतापता नहीं है. अप्रैल 30 को इस परिसर पर हुए हमले में उनका बेटा सैफ अल अरब मारा गया. इससे पहले त्रिपोली में चार और धमाके सुने गए जिनमें से तीन बाब अल अजीजिया में हुआ था. नाटो ने सोमवार को ही त्रिपोली पर हमलों में तेजी ला दी और कम से कम 10 ठिकानों पर हमले किए. ब्रिटिश वायु सेना के विमानों ने सोमवार शाम गद्दाफी की सैन्य खुफिया एजेंसी के मुख्यालय को निशाना बनाया.
इस बीच रूस और चीन ने मध्यस्थता प्रयास शुरू किए हैं. चीन ने कहा है कि लीबिया के विदेश मंत्री अब्दुल अती अल उबैदी बीजिंग का दौरा करेंगे. पिछले सप्ताह बीजिंग ने कहा था कि एक चीनी राजनयिक ने विद्रोहियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है. रूसी दूत भी विद्रोही प्रतिनिधियों से मिले हैं. रूस, जर्मनी और भारत के साथ चीन भी सुरक्षा परिषद में लीबिया पर हुए मतदान में तटस्थ रहा. चीन ने विद्रोहियों के समर्थन में लीबिया पर नाटो के हवाई हमले की नियमित आलोचना की है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए जमाल