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लीबिया में गृहयुद्ध जैसी स्थिति

Priya Esselborn९ मार्च २०११

लीबिया में चारों ओर अशांती का माहौल है. सेना और सरकार विरोधियों के बीच चल रही मुठभेड़ में हवाई हमलों और गोलाबारी की खबर है. अमेरिका ने कहा है उड़ान प्रतिबंधि लगे सकता है लेकिन सबकी मंजूरी से.

तस्वीर: AP

लीबिया में लड़ाकू विमानों ने तेल बंदरगाह शहर रस लानूफ के निकट विद्रोहियों के ठिकानों पर तीन बार हवाई हमला किया है. रिपोर्टों के अनुसार हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ है. मध्यपूर्व के टेलिविजन चैनल अल जजीरा ने मिसराता शहर में भी लड़ाई होने की खबर दी है. राजधानी त्रिपोली के निकट स्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले शहर जाविया पर फिर से गोलीबारी की गई है. खबरों के अनुसार इस बीच लीबिया के तानाशाह मुअम्मर अल गद्दाफी के समर्थकों ने जाविया पर कब्जा कर लिया है.

जाविया के एक निवासी ने बताया, "यहां करीब 40 से 50 टैंक गोलाबारी कर रहे हैं. कई इमारतें और मस्जिद तबाह हो गए हैं." एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया, "वहां अस्पताल, बिजली कुछ भी नहीं है, लोग भाग नहीं सकते, शहर छोड़ कर जा नहीं सकते. जो लड़ सकते हैं लड़ रहे हैं. औरतों और बच्चों को सुरक्षित जगहों पर छुपाया जा रहा है."

तस्वीर: ap

'नो फ्लाई जोन' के प्रयास तेज

पश्चिमी देशों ने लीबिया पर नो फ्लाई जोन बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने फोन के जरिए इस विषय पर चर्चा की. दोनों नेता इस बात से एकमत हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस पर मिल कर फैसला लेना चाहिए. इस से पहले हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि लीबिया पर नो फ्लाई जोन बनाने का फैसला संयुक्त राष्ट्र का होना चाहिए, अमेरिका का नहीं. क्लिंटन ने टीवी न्यूज़ चैनल 'स्काय न्यूज़' को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "हम चाहते हैं कि शांतिपूर्वक तरीके से कोई हल निकाला जा सके, हम चाहते हैं कि वह (गद्दाफी) शांती से देश छोड़ दे. हम चाहते हैं कि वहां शांती के साथ नई सरकार का गठन हो." क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका ने गद्दाफी से मांग की है कि वो देश छोड़ देः "जब भी कोई नेता अपने ही लोगों के खिलाफ हो जाता है तो वह उसका अंत होता है."

2008 के चुनावों में अमेरिकी राष्ट्रपति के पद के लिए उम्मीदवार रह चुके जौन मैककेन ने बीबीसी को एक इंटरव्यू में कहा, "वहां नरसंहार हो रहा है. क्या दुनिया की यह जिम्मेदारी नहीं है कि एक पागल तानाशाह को लोगों की जान लेने से रोका जाए?" मैककेन ने कहा कि अमेरिका को जल्द से जल्द गद्दाफी के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई करनी चाहिए, "अगर हमारे पास उनकी फौज और वायुसेना से निपटने के लिए सैन्य बल नहीं है, तो हमारी बहुमूल्य सेना व्यर्थ है. हम उनका सामना कर सकते हैं, मैं जानता हूं कि हम कर सकते हैं."

तस्वीर: ap

कैमरन ओबामा बना रहे हैं योजना

डेविड कैमरन ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि वे ओबामा के साथ मिल कर मामले से निपटने के लिए पूरी योजना तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हम चुपचाप खड़े तमाशा देख सकते हैं. अगर वह (गद्दाफी) इसी तरह लोगों को प्रताड़ित करता रहा तो हमें कोई ठोस कदम उठाने के लिए खुद को तैयार करना होगा."

लीबिया पर नो फ्लाई जोन लगने के बाद भी हालात काबू में नहीं आने की उम्मीद. गद्दाफी ने अपने शासन काल में पश्चिमी देशों से इतने हथियार खरीदे हैं कि अब पश्चिमी देशों को खुद अपने हथियारों का सामना करना पड़ सकता है. लीबिया ने 70 और 80 के दशक में रूस, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, बेल्जियम, स्वीडन, ग्रीस, अमेरिका और ब्राजील से हथियार खरीदे. जहां एक तरफ इन हथियारों से खतरा बना हुआ वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि ये इतने पुराने हो चुके हैं कि अब इन्हें इस्तेमाल में लाना आसान नहीं होगा.

गद्दाफी ने देश में चल रहे प्रदर्शनों के लिए अल कायदा और पश्चिमी देशों के हस्तक्षेप को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि वो समर्पण करने की जगह लीबिया में दम तोड़ना पसंद करेंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: एमजी

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