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लीबिया से सभी भारतीयों की वापसी

१० मार्च २०११

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गुरूवार शाम तक लीबिया में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों की देश में वापसी हो जाएगी. पिछले दो हफ्तों से लोगों को लीबिया से निकालने का काम चल रहा है.

लीबिया से ट्यूनीशिया जा रहे शरणार्थीतस्वीर: dapd

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गुरूवार तक लीबिया में फंसे सभी 18,000 भारतीयों की वापसी हो जाएगी. अब तक भारत समुद्री और हवाई रास्ते से 14,000 भारतीयों को लीबिया से निकाला चुका है. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया है, "जिस तरह से निर्धारित किया गया था, 14,000 भारतीयों को लीबिया से वापस लाया जा चुका है. एयर इंडिया के तीन खास विमान कल शाम और बुधवार सुबह करीब 1,000 लोगों के साथ वहां से रवाना हो चुके हैं."

तस्वीर: AP

एयर इंडिया के खास विमानों की मदद

मंत्रालय को पूरा विशवास है कि गुरूवार तक लीबिया छोड़ने के लिए इच्छुक सभी भारतीय वापस आ जाएंगे. बयान में यह भी कहा गया है कि गुरूवार को 2,400 लोग भारत पहुंचेंगे. इन सब को लीबिया के त्रिपोली, सेबहा और मिस्र के सिकंदरिया से आठ खास विमानों में लाया जा रहा है. इनके अलावा एयर इंडिया के चार और विमान लीबिया के लिए रवाना हो चुके हैं, जिनमें त्रिपोली से 1,000 और सेबहा से 400 भारतीयों को लाया जाएगा. गुरूवार को त्रिपोली में बचे 550 और सेबहा से 450 लोग आएंगे. सिरते, मिसराता, बेनगाजी और कुफराह में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों को पहले ही निकाला जा चुका है.

लीबिया में दो भारतीय युद्धपोत मौजूद

लीबिया की सीमा पर भारत के दो युद्धपोत भी खड़े हैं, जिन्हें लीबिया में रह रहे भारतीयों की मदद और उन्हें वहां से निकालने के लिए भेजा गया था, लेकिन उनका अभी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. बयान में कहा गया है, "नौसेना के दो जहाज आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मैसूर लीबिया के तट पर भूमध्यसागर में खड़े हैं. दोनों जहाजों में लोगों के लिए काफी जगह है, लेकिन 26 फरवरी से लीबिया और भारत के बीच चल रही उड़ानों की सफलता को देखते हुए इन्हें अभी काम में नहीं लाया जाएगा."

रिपोर्ट: पीतीआई/ईशा भाटिया

संपादन: एमजी

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