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लोकपाल बिल:15 अगस्त तक का अल्टीमेटम

८ जून २०११

अन्ना हजारे ने सरकार पर आरोप लगाया है कि जन लोकपाल बिल का मसौदा तैयार करने में शामिल सिविल सोसाइटी के सदस्यों के प्रति अविश्वास का माहौल बनाया जा रहा है. अन्ना ने सरकार को बिल के लिए 15 अगस्त तक का समय दिया है.

तस्वीर: AP

अन्ना हजारे का कहना है कि अगर कड़ा लोकपाल बिल लाए जाने की कोशिशों में अवरोध खड़े किए जाते रहे तो 16 अगस्त से अनशन एक बार फिर शुरू किया जाएगा. "सरकार लोकपाल बिल के रास्ते में बाधाएं खड़ी कर रही है. जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, सरकार उनको बदनाम करने की कोशिश में है. सरकार को सामने आकर बात करनी चाहिए." अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आजादी की दूसरी लड़ाई करार दिया है जिसकी शुरुआत जंतर मंतर से हुई.

नागरिक अधिकार कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनके साथी बुधवार को राजघाट पर एक दिन का उपवास कर रहे हैं. बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर शनिवार को रामलीला मैदान में पुलिस कार्रवाई को लोकतंत्र पर हमला बताया है. अन्ना ने कहा, "देर रात सोते हुए लोगों पर लाठीचार्ज को सही नहीं ठहराया जा सकता. यह लोकतंत्र की हत्या करना है. भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष लोगों का अधिकार है. शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने की कोशिश अलोकतांत्रिक है. यह तो जलियांवाला बाग जैसी घटना है सिर्फ यहां गोलियां नहीं चलाई गईं."

तस्वीर: dapd

राजघाट पर सरकार ने भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है. अन्ना ने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती गलत है और सरकार लोगों को डराने की कोशिश कर रही है. पहले नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं ने जंतर मंतर पर अनशन करने की बात कही थी लेकिन सरकार से अनुमति न मिलने के बाद इसे बदल कर राजघाट कर दिया गया.

अप्रैल में जंतर मंतर पर अन्ना हजारे और अन्य नागरिक अधिकार कार्यकर्ता अनशन पर बैठ चुके हैं जिसके बाद सरकार ने जनलोकपाल बिल का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति बनाई. इस समिति में अरविंद केजरीवाल, शांति भूषण, प्रशांत भूषण, अन्ना हजारे और संतोष हेगड़े शामिल हैं. लेकिन समिति की बैठकों में टकराव देखने को मिला है क्योंकि सरकार का मत है कि प्रधानमंत्री और सांसदों को जनलोकपाल बिल के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम

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