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वाजपेयी को घर पर मिला भारत रत्न

२७ मार्च २०१५

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को 27 मार्च को उनके घर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया. वाजपेयी बहुत बीमार हैं और कमजोर हो गए हैं. उन्हें दिसंबर में देश का सर्वोच्च सम्मान दिया गया.

तस्वीर: AP

भारत के प्रथम नागरिक प्रणब मुखर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कृष्णमेनन मार्ग स्थित सरकारी आवास पर जाकर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया. 90 साल के वाजपेयी काफी दिनों से अस्वस्थ है और उन्हें चलने-फिरने में कठिनाई होती है. पिछले साल दिसंबर में वाजपेयी और जाने माने स्वाधीनता सेनानी और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी.

अटल बिहारी वाजपेयी से पहले जवाहर लाल नेहरू, और इंदिरा गांधी को जीवित रहते हुए भारत रत्न से विभूषित किया जा चुका है. लाल बहादुर शास्त्री और राजीव गांधी को इस सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत अलंकृत किया गया. वाजपेयी के लिए भी यह सम्मान ऐसे समय आया है जब उन्होंने किसी भी प्रकार के सम्मान को पहचाने की क्षमता का लगभग अलविदा कह दिया है. उनके एक सहयोगी के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री के कक्ष को किसी भी संभावित विषाणुओं से मुक्त रखने के लिए सख्त नियम लागू हैं और उनके निकट सिर्फ नर्सिंग स्टाफ को जाने की अनुमति है.

काफी समय से वाजपेयी की कोई भी फोटो सार्वजनिक नहीं की गई है. इसका कारण स्पष्ट करते हुए सहयोगी ने बताया कि वीवीआईपी तक को वहां आने की इजाजत नहीं है, फोटोग्राफर या मीडिया के प्रवेश की तो बात बहुत दूर की है. फोटो जारी नहीं किए जाने का एक कारण यह भी है कि अटल बेहद कमजोर हो चले हैं, इतने कमजोर कि उन्हें पहचाना तक नहीं जा सकता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब उनसे मिलने आए थे तो उन्होंने टि्वटर पर अटल के साथ अपना एक चित्र भी जारी किया था लेकिन वह भी फाइल फोटो था.

एमजे/ओएसजे (वार्ता)

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