फेसबुक पर इन दिनों केले और कीवी का एक वीडियो वायरल हुआ पड़ा है. लेकिन क्या सच में ऐसा हो सकता है कि आप केले के अंदर कीवी उगा सकें?
विज्ञापन
वैज्ञानिकों ने दो जानवरों, दो पौधों और दो फलों को मिला कर कई बार नए हाइब्रिड तैयार किए हैं. लेकिन फेसबुक पर शेयर हो रहे वीडियो को देख कर लगता है कि जैसे हाइब्रिड बनाना किसी वैज्ञानिक का नहीं, बल्कि बच्चों का खेल है. इस वीडियो की मानें तो हर किचन गार्डन में तरह तरह के हाइब्रिड उगाए जा सकते हैं, केला और कीवी तो बस कइयों में से एक है.
दरअसल यह वीडियो मजाक के रूप में बनाया गया था. यह नया भी नहीं है. यूट्यूब पर जा कर देखें, तो इसकी तारीख 1 अप्रैल 2014 दिखती है. नीचे दिए गए "डिस्क्रिप्शन" पर क्लिक करेंगे, तो लंबा सा एक लेख दिखेगा, जिसे अधिकतर लोग पूरा नहीं पढ़ेंगे. इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की आदतों पर हुए अध्ययन बताते हैं कि यूजर अक्सर शुरू के दो पैराग्राफ पढ़ कर पेज बंद कर देते हैं. लेकिन अगर आप इस लेख का आखिरी वाक्य पढ़ें, तो वहां पाएंगे, "आप सबको अप्रैल फूल्स डे की शुभकामनाएं."
फेसबुक में यह वीडियो हाल ही में तब लोगों की नजरों में आया जब "फूड्स अराउंड" नाम के पेज ने इस वीडियो का एक छोटा सा अंश पोस्ट किया. इसे पांच लाख से भी ज्यादा बार शेयर किया गया. जो एक मजाक था, लोग उसे सच मान बैठे और अपने जान पहचान वालों को भी इसे दिखाने लगे. आइडिया अच्छा है, लेकिन अगर आप भी केले में कीवी उगाने की कोशिश कर रहे हैं और नतीजे वीडियो जैसे नहीं दिख रहे, तो हैरानी की कोई बात नहीं होगी!
अंतरिक्ष में भी उगते हैं फूल और सब्जियां
अंतरिक्ष में उगे पहले फूल ने सब को हैरान कर दिया. लेकिन इस फूल के अलावा भी अंतरिक्ष में काफी कुछ उगाया जा रहा है. जानिए अब तक क्या क्या उगा और कैसे.
तस्वीर: picture alliance/Zuma Press/Twentieth Century Fox
पहला फूल
यह है जीनिया. अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन आईएसएस पर खिला पहला फूल. जीनिया को खाया भी जा सकता है. इसे उगाने का मकसद भी अंतरिक्ष यान की खूबसूरती बढ़ाना नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में यात्रियों का पेट भरना है. इस तस्वीर को अंतरिक्ष यात्री स्कॉट केली ने ट्वीट किया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/NASA
स्कॉट केली
23 अक्टूबर 2015 को स्कॉट केली अंतरिक्ष में सबसे लंबा वक्त बिताने वाले इंसान बन गए. तब तक वे स्पेस में 382 दिन बिता चुके थे. फिलहाल वे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के "वन ईयर मिशन" के कप्तान हैं और लगातार अंतरिक्ष से तस्वीरें ट्वीट करते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/NASA
वन ईयर मिशन
मार्च 2015 से अमेरिका के स्कॉट केली और रूस के मिखाइल कोरनीएंको नासा के वन ईयर मिशन का हिस्सा हैं. मकसद है आईएसएस पर रह कर अंतरिक्ष यात्रियों की मानसिक और शारीरिक सेहत पर पड़ने वाले असर का अध्ययन करना.
तस्वीर: Reuters/NASA
वेजी
अंतरिक्ष यात्रियों को खुद अपने लिए खाना भी उगाना है. इस प्रोजेक्ट को नासा ने वेजिटेबल प्रोडक्शन सिस्टम का नाम दिया है, जिसे वेजी कहा जाने लगा है. मकसद है ऐसी चीजें उगाना जो भविष्य में मंगल पर रहने वाली बस्ती के काम आ सकें.
तस्वीर: Bryan Versteeg/Mars One
एयरोपॉनिक्स
अंतरिक्ष में पौधों को बिना मिट्टी के उगाया जाता है. इसमें बहुत कम पानी और खाद खर्च होती है. इस तरीके को एयरोपॉनिक्स कहा जाता है. इसमें पौधे सामान्य से तीन गुना ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
मुश्किलें
पौधों को अंतरिक्ष में माइक्रोग्रैविटी का सामना करना पड़ता है, इसलिए उन्हें उगाना मुश्किल हो जाता है. जीनिया के पौधे पर ज्यादा नमी के कारण फफूंद लग गयी थी लेकिन केली उसे बचाने में कामयाब रहे.
तस्वीर: Gallup/Getty Images
सलाद
2014 में आईएसएस पर पौधे उगाने का सिलसिला शुरू हुआ. 2015 में क्रू ने पहली बार सलाद उगा कर चखा (तस्वीर में). इससे पहले 2012 में अंतरिक्ष यात्री डॉनल्ड पेटिट ने जुकीनी (एक तरह की लौकी) का पौधा भी उगाया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/NASA TV
टमाटर
नासा की लिस्ट पर अगली सब्जी है चीनी बंद गोभी. इसके बाद 2018 में आईएसएस पर टमाटर उगाने की भी योजना है. साथ ही सलाद के पत्तों को बेहतर बनाना है. ये सब पौधे छोटे छोटे ग्रीनहाउस में उगाए जाएंगे.
तस्वीर: DLR (CC-BY 3.0)
फिल्म जैसा
2015 में आई हॉलीवुड की बहुचर्चित फिल्म "मार्शियन" में काफी कुछ वैसा दिखाया गया है, जैसा नासा कर रहा है या फिर करने की योजना रखता है. स्कॉट केली भी खुद अपनी तुलना फिल्म के मुख्य किरदार मार्क वॉटनी से कर चुके हैं.
तस्वीर: picture alliance/Zuma Press/Twentieth Century Fox