विंबलडन में फेडरर का विजयी सफर
२६ जून २०११![](https://static.dw.com/image/6542009_800.webp)
रोजर फेडरर अपने करियर के इस मोड़ पर विंबलडन को सातवीं बार जीतने की हसरत पूरा करना चाहते हैं. अभी तक अमेरिका के पीट सैम्प्रास और विली रेनशॉ ही इस कारनामे को कर पाए हैं. फिलहाल फेडरर का सफर शानदार ढंग से चल रहा है और तीसरे दौर के मैच में डेविड नालबैंडियन को उन्होंने सीधे सेटों में 6-4, 6-2, 6-4 से शिकस्त दी.
नालबैंडियन को फेडरर की सर्विस पहले सेट में तोड़ने में सफलता मिली लेकिन बाद में फेडरर ही हावी रहे. सेंटर कोर्ट पर खेला गया यह मैच दोनों खिलाड़ियों के बीच खेले जाने वाला 19वां मैच था जिसमें फेडरर ने 11 और नालबैंडियन ने आठ मैच जीते हैं. फेडरर ने भी अपने विपक्षी खिलाड़ी को पूरा सम्मान दिया और बताया, "जो खिलाड़ी मुझे आठ बार हरा सकता है और यह जानता है कि नौवीं बार कैसे हराना है, उसके खिलाफ जीतने से मुझे काफी खुशी हो रही है."
2010 विंबलडन में फेडरर का सफर क्वॉर्टर फाइनल में ही समाप्त हो गया जब बेर्डिश ने उन्हें हरा दिया. फेडरर का कहना है कि इस साल वह पिछले साल की तुलना में बेहतर खेल रहे हैं और उन्हें लग रहा है कि खेल में सुधार आया है. चौथे दौर में जगह बनाने वाले फेडरर ने इस साल विंबलडन में अब तक एक सेट भी नहीं हारा है.
सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने साइप्रस के मार्कोस बागदासित 6-4, 4-6, 6-3, 6-4 से हरा दिया है. महिला वर्ग में छठी वरीयता प्राप्त और मौजूदा फ्रेंच ओपन चैंपियन इटली की फ्रैंसिसा शियावोने को तमीरा पासजेक ने करारा झटका दिया है. पासजेक ने शियावोने को 3-6, 6-4, 11-9 से हराया. मैराथन मैच के बाद शियावोने को निराशा हाथ लगी. दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी एना इवानोसेविच भी विंबलडन से बाहर हो गई हैं. उन्हें पेट्रा सेटकोव्सका ने 6-2, 7-6 से शिकस्त दी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार