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विकीलीक्स के खुलासे का अमेरिकी रिश्तों पर असर नहीं

१ दिसम्बर २०१०

भारत ने विकीलीक्स पर हुए खुलासे का खारिज करते हुए कहा है कि उसके और अमेरिका के बीच रिश्ते बहुआयामी हैं, दोनों रणनीतिक साझीदार बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और उनके बीच लगातार खुले माहौल में बातचीत हो रही है.

तस्वीर: AP

वीकीलीक्स के जरिए सामने आए दस्तावेजों का भारत अमेरिकी रिश्तों पर असर पड़ने से इंकार करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने ये प्रतिक्रिया जताई है. विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है,"हम विकीलीक्स पर जारी दस्तावेजों के बारे में कुछ नहीं कहना चाहते क्योंकि ये दस्तावेज अमेरिकी सरकार की अंदरूनी पड़ताल और आपसी बातचीत के लिए हैं."

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा,"अमेरिका के साथ हमारे संबंध बहुआयामी हैं और दोनों देश रणनीतिक साझीदारी की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, इसके साथ ही आपसी हितों से जुड़े कई मामलों पर दोनों देशों के बीच लगातार बातचीत हो रही है."

अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटनतस्वीर: AP

वीकीलीक्स पर जारी अमेरिकी सरकार के लाखों खुफिया दस्तावेजों में विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से जुड़ा एक दस्तावेज भी था. इसमें हिलेरी ने भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए,"भारत अपने को उम्मीदवारी की दौड़ में आगे" मानता है कहा है. इन खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक हिलेरी क्लिंटन ने अमेरिकी राजदूत से संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत की गतिविधियों के बारे में एक एक मिनट की जानकारी भी मांगी थी.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः एस गौड़

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