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विदाई समारोह पर किला बन जाएगा नेहरू स्टेडियम

१३ अक्टूबर २०१०

अगले कुछ दिनों के लिए दिल्ली का नेहरू स्टेडियम एक किले में तब्दील हो जाएगा. कॉमनवेल्थ खेलों के विदाई समारोह में 60 हजार लोगों की क्षमता वाले स्टेडियम की सुरक्षा के लिए हर आठ आदमी पर एक सुरक्षाकर्मी मौजूद होगा.

तस्वीर: AP

जमीन पर मौजूद 7500 हजार सुरक्षाकर्मियों के अलावा आसमान से वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की चौकस निगाहें भी स्टेडियम की निगहबानी करेंगी. इतना ही नहीं आसपास की इमारतों की छत पर स्नाइपर्स भी रहेंगे जो स्टेडियम के चप्पे चप्पे की चौकसी करेंगे.

स्टेडियम के चारों ओर चार स्तर वाला सुरक्षा घेरा होगा. स्टेडियम में दाखिला होने के सभी 19 दरवाजे कार्ड रीडर, मेटल डिटेक्टर और सामान की एक्सरे जांच करने वाली मशीनों से लैस रहेंगे. सीसीटीवी की निगाह में स्टेडियम का एक एक ईंच होगा.

चप्पे चप्पे पर नजरतस्वीर: AP

सबसे बाहरी स्तर पर क्विक रिएक्शन टीम मौजूद रहेगी. समारोह के दौरान आसपास की सड़कों पर ट्रैफिक रोक दिया जाएगा. सुरक्षा के बीच के स्तरों में सुरक्षाकर्मी समारोह में आने वाले लोगों को अलग अलग रास्तों से स्टेडियम के मुख्य हिस्से की ओर ले जाएंगे. बीच में कार्ड रीडर लगाए गए हैं जो लोगों के टिकट पर छपे बारकोड की जांच करेंगे. इसके साथ ही दर्शकों की तस्वीर भी खिंच जाएगी.

सबसे आखिर में मुख्य कार्यक्रम स्थल के 30 मीटर के दायरे में लोगों और उनके सामान की जांच मेटल डिटेक्टर और एक्स रे मशीन से होगी. इसके अलावा पुलिसकर्मी खुद भी तलाशी लेंगे. पार्किंग पास वाले स्टीकर लगी गाड़ियों को ही स्टेडियम के पास जाने की इजाजत होगी. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को समारोह देखने आ रहे लोगों के लिए दिशा निर्देशों की एक लिस्ट भी जारी की है. ये कदम उद्घाटन समारोह के दौरान लोगों को हुई दिक्कतों को देखते हुए उठाया गया. इन निर्देशों में लोगों को पूरी जानकारी दी गई है कि किस मेट्रो स्टेशन से कौन सी सड़क लेनी है या किस गेट से अंदर जाया जा सकता है या फिर ये कि कौन सा रास्ता बंद होगा.

हर तरफ चौकसीतस्वीर: AP

स्टेडियम के नजदीक जोरबाग, नेहरू स्टेडियम और जंगपुरा, तीन मेट्रो स्टेशन हैं. मिसाल के तौर पर अगर किसी को स्टेडियम के गेट नंबर छह से अंदर जाना है तो उसे जोरबाग मेट्रो स्टेशन उतरना होगा किसी और स्टेशन पर नहीं. इसी तरह से दूसरे गेट और स्टेशनों के बीच भी तालमेल बनाया गया है. आयोजकों को उम्मीद है कि इस बार लोगो को कोई दिक्कत नहीं होगी और कार्यक्रम आसानी से पूरा हो जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः महेश झा

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