विदेशी साजिश पर सीरिया में अशांतिः राष्ट्रपति
३० मार्च २०११बुधवार को संसद में अपने भाषण के दौरान असद ने कहा, "सीरिया बाहरी साजिश का शिकार हुआ है." उन्होंने कहा कि षड्यंत्रकारियों का मकसद सीरिया के टुकड़े टुकड़े करना है. यह सब इस्राएली एजेंडे के तहत हो रहा है. असद ने माना कि सीरिया क्षेत्र में बह रही बदलाव की हवा से अछूता नहीं है. उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि क्षेत्र में ये सकारात्मक बदलाव हैं. सीरिया भी अरब दु्निया से अलग नहीं है."
सरकार का इस्तीफा
एक दिन पहले ही सीरियाई सरकार ने इस्तीफा दे दिया. 2000 में सत्ता संभालने वाले असद ने कहा वह काफी समय से इस बात के समर्थक रहे हैं कि आम लोगों की उम्मीदें और आकांक्षाएं सुधारों की मांग करती हैं. हाल के हफ्तों में सीरिया में हुए प्रदर्शनों के दौरान मरने वालों की कोई आधिकारिक संख्या नहीं बताई गई है, लेकिन मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि देश भर में 73 लोग मारे गए हैं. लेकिन असद ने कहा, "सुरक्षा बलों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि किसी को चोट न पहुंचाई जाए."
असद ने बुधवार को ऐसी कोई घोषणा नहीं कि जिससे देश में 1963 से लागू इमरजेंसी कानून को हटाने का संकेत मिलता हो. पिछले हफ्ते सरकारी सलाहकार बोथियाना शाबन ने कहा कि सीरियाई अधिकारी इमरजेंसी कानून को हटा सकते हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए कोई समयसीमा नहीं बताई.
असद ने कहा, "मैं जानता हूं कि सीरियाई लोग पिछले हफ्ते से ही इस भाषण का इंतजार कर रहे हैं लेकिन मैं समूची तस्वीर को जानने का इतंजार कर रहा था ताकि मैं ऐसा भावनात्मक भाषण देने से बच सकूं जिससे लोग तो शांत हो जाएं लेकिन उसका असल नतीजा कुछ न निकले, खास कर ऐसे वक्त में जब हमारे दुश्मन सीरिया को निशाना बना रहे हैं." असद ने कहा कि इस वक्त सीरिया की एकता की परीक्षा हो रही है और देश के दुश्मन लोगों में फैले गुस्से का फायदा उठा रहे हैं. राष्ट्रपति असद ने बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से निपटने का वादा किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/कुमार
संपादनः वी कुमार