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विमान हादसे में आइस हॉकी टीम खत्म

८ सितम्बर २०११

रूस की आइस हॉकी टीम का विमान क्रैश हुआ. हादसे में टीम के सभी प्रमुख सदस्यों समेत 43 लोग मारे गए. पुराना पड़ चुका विमान उड़ान भरने की कोशिश करता रहा और इसी दौरान हादसे का शिकार हो गया.

तस्वीर: dapd

मृतकों में 11 देशों के खिलाड़ी और कोच शामिल हैं. हादसे में टीम के कनाडाई कोच, स्वीडन के गोलकीपर और बेलारूस, चेक गणराज्य, जर्मनी, लातविया, स्लोवाकिया और यूक्रेन खिलाड़ी भी मारे गए. मृतकों में बीते साल वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाले दो खिलाड़ियों समेत कई विदेशी स्टार भी शामिल हैं. हादसे में सिर्फ दो लोग बचे हैं, उन्हें भी गंभीर चोटों आई हैं. इनमें एक खिलाड़ी और दूसरा चालक दल का सदस्य है.

तीन बार आइस हॉकी लीग की चैंपियन रह चुकी रूसी टीम लोकोमोटिव यारोस्लावल नए सत्र का पहला मैच खेलने के लिए बेलारूस की राजधानी मिंस्क की उड़ान भर रही थी. टीम मॉस्को से 300 किलोमीटर दूर तुनोशना एयरपोर्ट से याक-42 विमान पर सवार हुई. चश्मदीदों के मुताबिक टेक ऑफ करते वक्त विमान ऊपर जा ही नहीं सका और 500 मीटर आगे जाकर एक रेडियो टावर से टकराया. टक्कर से विमान में आग लग गई और बड़े धमाके के साथ वह टुकड़ों में बंट गया. विमान का मलबा काफी बड़े इलाके में बिखर गया. एक हिस्सा तुनोशना नदी में गिरा. वहां से कुछ शव भी मिले हैं.

रूस में शोक

हादसे से रूस और आइस हॉकी जगत में शोक का माहौल है. इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन के प्रमुख रेने फासेल के मुताबिक, "यह सिर्फ रूस पर आई आपदा नहीं हैं. यह पूरी दुनिया के आइस हॉकी समुदाय के लिए एक दुखद घटना है." फेडरेशन ने 7 सितंबर को काला दिन करार दिया.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव ने भी हादसे पर शोक जताया है. ट्विटर पर उन्होंने कहा, "यारोस्लावल विमान हादसे में मारे गए लोगों के प्रियजनों के प्रति मेरी सहानुभूति है."

यारोस्लावल में बुधवार रात हजारों प्रशंसक टीम की जर्सी पहनकर लोकोमोटिव के स्टेडियम पहुंचे. हाथों में मोमबत्तियां लिए प्रशंसकों ने प्रार्थना की और टीम के गाने गाए. बेलारूस में भी चैंपियनशिप शुरू होने से पहले एक मिनट का मौन रखा गया.

रूस का खराब रिकॉर्ड

तस्वीर: picture-alliance/dpa

हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. रूस के एविएशन अधिकारियों के मुताबिक यह बात साफ हो चुकी है कि याक-42 विमान ऊंचाई पर जाने में असफल रहा. रेडियो टावर से टकराने की वजह से उसके टुकड़े हुए और आग लगी. विमान याक सर्विस कंपनी का था. अधिकारियों के मुताबिक विमान 1993 से उड़ान भर रहा था. विमान को सुरक्षित ढंग से उड़ने लायक बताने वाला सर्टिफिकेट एक अक्टूबर 2011 को खत्म हो रहा था. विमान के चालक दल के सभी आठ सदस्य बेहद अनुभवी थे.

कभी उड्डयन क्षेत्र में धाक रखने वाले रूस का विमान सुरक्षा रिकॉर्ड फिलहाल बेहद खराब है. इसी साल जुलाई में उत्तरी रूस में यात्री विमान क्रैश हुआ, हादसे में 44 लोग मारे गए. जनवरी 2011 में भी दो हादसे हुए जिनमें 54 लोग मारे गए. अब इस ताजे हादसे ने अगस्त 1979 के क्रैश की याद भी दिला दी है, जब ताशकंद की फुटबॉल टीम के 17 खिलाड़ी ऐसे ही हवाई हादसे का शिकार हुए.

रूसी राष्ट्रपति द्विमित्री मेद्वेदेव सोवियत दौर के पुराने विमानों की सेवा समाप्त करने और एविएशन उद्योग के ढांचे में बड़े बदलाव करने का वादा कर चुके हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ईशा भाटिया

 

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