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विमान हादसे में 103 की मौत, बच्चा बचा

१३ मई २०१०

लीबिया का एक विमान बुधवार को हादसे का शिकार हो गया, जिसमें 103 लोगों की मौत हो गई. मारे गए ज्यादातर लोग हॉलैंड के रहने वाले थे. हालांकि हादसे में हॉलैंड का ही आठ साल का एक बच्चा सुरक्षित बच गया.

तस्वीर: AP

लीबियाई विमान कंपनी का यह विमान यूरोपीय कंपनी ईएडीएस का एयरबस ए330-200 विमान था और सिर्फ आठ महीने से इस्तेमाल में था. एयरबस और लीबियाई कंपनियों का कहना है कि इसने दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग शहर से लीबिया की राजधानी त्रिपोली के लिए उड़ान भरी और तड़के छह बजे के आस पास लैंड करते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

तस्वीर: AP

हॉलैंड के प्रधानमंत्री यान पीटर बाल्कनएन्डे ने बताया कि विमान पर कई दर्जन डच यात्री सवार थे. लीबिया का कहना है कि विमान में उसके 22 नागरिक थे. लेकिन बाकी के मुसाफिरों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है.

हादसे के बाद त्रिपोली एयरपोर्ट पर लीबिया के परिवहन मंत्री मोहम्मद जिदान ने बताया कि विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई. सिर्फ आठ साल का एक बच्चा बच गया है. विमान में 93 मुसाफिर और चालक दल के 11 लोग सवार थे. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि हादसे के पीछे आतंकवादी साजिश हो सकती है और कहा कि इसके कारणों की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि हादसे में बचे हुए बच्चे की जान को खतरा नहीं है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

दुर्घटनास्थल की तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि एयरपोर्ट के पास का पूरा इलाका मलबे से पट गया है और विमान के यात्रियों के सामान भी वहां बिखरे पड़े हैं. पूरा विमान टुकड़े टुकड़े हो गया है, सिर्फ इसकी पूंछ सही सलामत है, जिस पर लाल, हरे और पीले रंग में अफ्रीकिया एयरवेज कंपनी का लोगो बना है.

एयरपोर्ट के पास जमा रिपोर्टरों से सूचना मिल रही है कि हादसे के बाद मारे गए लोगों के शव एंबुलेसों में भर कर अस्पताल पहुंचाए गए. लीबिया के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने कई शव बरामद कर लिए हैं. डच मोटरिस्ट एसोसिएशन के एक प्रवक्ता का दावा है कि हादसे में हॉलैंड के 61 नागरिक मारे गए हैं.

तस्वीर: AP

विमान कंपनी के कानूनी विभाग के अध्यक्ष सालेह अली सालेह ने बताया कि विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है और इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि हादसे से पहले विमान में आग लगने की सूचना नहीं मिली थी.

इस बीच यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि हादसे का शिकार विमान उन्होंने ही तैयार किया था. एयरबस ने जांच में हर संभव मदद देने का भरोसा जताया है. एयरबस के मुताबिक यह एक नया विमान था और पिछले साल सितंबर में सेवा में लगाया गया था. रिकॉर्ड के मुताबिक इसने चार सौ बीस बार में लगभग 1600 घंटों तक की उड़ान भरी. एयर फ्रांस के एयरबस का ऐसा ही विमान पिछले साल एक जून को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसकी वजह का अब तक पता नहीं लग पाया है. अफ्रीकिया एयरवेज का कहना है 2001 में सेवा शुरू करने के बाद पहली बार उनका कोई विमान हादसे का शिकार हुआ है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः राम यादव

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