1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

विवादित क्षेत्र में निर्माण न करे भारत:चीन

२ दिसम्बर २००९

चीन ने भारत से कहा है कि दोनों देशों की बीच विवादित सीमा क्षेत्र में भारत को निर्माण गतिविधियां रोक देनी चाहिएं. वहीं अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खंडू ने निर्माण कार्य जारी रखने की बात कही है.

चीन ने दर्ज कराई आपत्तितस्वीर: AP

लद्दाख में सड़क बनाने पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद अब चीन ने फिर भारत से विवादित इलाक़ों में अपनी निर्माण गतिविधियां रोकने के लिए कहा है. एक पत्रकार वार्ता में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता किन गांग ने कहा कि सीमा के मुद्दे पर भारत और चीन में मतभेद हैं और दोनों देशों को आख़िरी समाधान के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए. लद्दाख के देमचोक इलाक़े में चीन ने एक लिंक रोड पर आपत्ति दर्ज कराई थी.

चीन की सरकारी न्यूज़ एजेंसी शिनहुआ की रिपोर्ट के मुताबिक़ नियंत्रण रेखा के पास भारत प्रशासित कश्मीर का प्रशासन सड़क बना रहा था लेकिन चीन की ओर से आपत्ति दर्ज कराने के बाद अक्टूबर के आख़िरी हफ्ते में निर्माण कार्य रोक दिया गया. तब तक लगभग 4 किलोमीटर लंबी सड़क बन चुकी थी. अब इस बात की पुष्टि हो गई है कि सीमा के पास भारत की निर्माण गतिविधियों पर चीन अपनी आपत्ति ज़ाहिर कर रहा है.

तस्वीर: AP

जम्मू कश्मीर के साथ ही अरूणाचल प्रदेश में भी भारत और चीन के बीच सीमा विवाद है लेकिन अरूणाचल के मुख्यमंत्री निर्माण कार्य पर अपना रुख़ सख़्त करते नज़र आ रहे हैं. मुख्यमंत्री दोरजी खंडू ने कहा है कि उनकी सरकार ऐसे किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगी और निर्माण कार्य नहीं रोका जाएगा.

खंडू ने कड़े शब्दों में कहा कि निर्माण कार्य को सिर्फ़ इसलिए नहीं रोका जा सकता क्योंकि कोई कहता है कि उस ज़मीन पर उसका अधिकार है. खंडू के मुताबिक़ उन्हें ऐसे दावों की परवाह नहीं है. खंडू ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और वहां विकास कार्य नहीं रोके जाएंगे. केन्द्र सरकार ने अरूणाचल प्रदेश में आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए 24 हज़ार करोड़ रूपए का पैकेज दिया है. जिसके अन्तर्गत वहां हवाई अड्डा और बड़े पैमाने पर सड़क बनाई जाएंगी.

भारत और चीन में भारत प्रशासित जम्मू कश्मीर के लद्दाख और अरूणाचल प्रदेश राज्य में सीमा पर विवाद है और ये तनाव को भी जन्म देता रहा है. हाल के दिनों में ऐसी ख़बरें आई थीं कि चीनी सैनिक उस इलाक़े में भारतीय सीमा में अतिक्रमण कर रहे हैं. भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के बीच मुलाक़ात में आपसी मुद्दों को बातचीत के ज़रिए हल करने पर ज़ोर दिया गया था.

रिपोर्ट:एजेंसियां/एस गौड़

संपादन:ए कुमार

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें