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विश्व कप में जीत से मिली प्रेरणाः पेस, भूपति

३ अप्रैल २०११

भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने मियामी ओपन का मेन्स डबल जीत लिया है. जीत के बाद उन्होंने कहा कि क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की जीत ने उन्हें जीतने के लिए और प्रेरणा दी.

तस्वीर: UNI

भूपति ने कहा, "इससे हमें और प्रेरणा मिली कि हम जीतें. यह हमारे देश के लिए बहुत अहम है. टीम को बहुत बहुत बधाई." वहीं पेस ने कहा, "मैं टीम को बधाई देना चाहूंगा. बहुत अच्छा खेल बॉयज."

पेस ने मियामी ओपन्स में बेलारूस और कनाडा की जोड़ी मैक्स मृन्यी और डेनियल नेस्टर को 6-7, 6-2, 10-5 से हराया. इसी के साथ लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी एटीपी वर्ल्ड टूर की अंकतालिका में पहले नंबर पर पहुंच गई है. मियामी के सोनी एरिक्सन ओपन में तीसरे नंबर वाली महेश और लिएंडर की जोड़ी ने बेलारूस कनाडा की जोड़ी को हराने के लिए काफी संघर्ष किया.

संघर्षूपर्ण मैच

भूपति ने बताया, "हमारी जीत का इकलौता कारण टीम की तरह मैच खेलना रहा. जैसा कि लिएंडर ने कहा कि हमने इस सप्ताह का सबसे अच्छा मैच नहीं खेला. शुरुआत में हम चारों ही थोड़े देखभाल कर खेल रहे थे."

भारतीय जोड़ी पहले सेट में 6-5 से आगे थी लेकिन फिर सर्विस ब्रेक हुई. टाई ब्रेक में भी वह आगे नहीं रहे. पेस ने बताया, "हमारे पास सेट जीतने का मौका था लेकिन वह हमने गंवा दिया."

पेस और भूपति को गति दूसरे सेट में मिली और नेस्टर के डबल फॉल्ट से उन्हें चौथे गेम में फायदा भी हुआ. नेस्टर ने कहा, "मेरा स्तर पहले सेट में गिर गया. हमें खेल में बहुत मौके नहीं मिले. मैच के आगे बढ़ने के साथ उनकी सर्विस अच्छी होती गई. मैक्स ने भी अच्छा खेला. मुझे दुख हो रहा है. लेकिन हम एक मजबूत टीम के खिलाफ खेल रहे थे."

मंजिल लंबी

इस जीत के साथ बॉब एंड माइक ब्रायन की जगह पहले नंबर पर पेस और भूपति पहुंच गए हैं. चेन्नई ओपन के बाद भूपति और पेस ने इस साल यह दूसरा खिताब जीता है.

भूपति ने कहा, "अमेरिकी ओपन के लिए अभी जल्दी है. सीजन चार हिस्सों में बंटा हुआ है. यह सिर्फ पहला हिस्सा है. अगर हम यूएस ओपन के बाद भी नंबर वन बने रहते हैं तब असल में रोमांच शुरू होगा."

पेस ने कहा, "हम मिट्टी पर खेलना पसंद करते हैं. अपने आप को और फिट करने के और अगले क्ले कोर्ट के मैचों की तैयारी के लिए हमारे पास एक महीना है. हमें क्ले की मदद जरूर मिलेगी क्योंकि हमने कई साल इस पर मेहनत की है. लेकिन कई और खिलाड़ी भी हैं जो क्ले पर शानदार खेलते हैं. फ्रेंच ओपन में जीतना सबसे मुश्किल है लेकिन अगर हम शारीरिक रूप से मजबूत हुए तो हमें बहुत मदद मिलेगी."

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए कुमार

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