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शरद पवार को थप्पड़ मारा

२४ नवम्बर २०११

भारत के कृषि मंत्री शरद पवार को एक युवक ने चांटा मार दिया है. पवार के गाल पर थप्पड़ उस वक्त पड़ा जब वो इफको के एक साहित्यिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद बाहर निकलते हुए पत्रकारों से बात कर रहे थे. महंगाई की मार.

तस्वीर: UNI

इस हमले से 71 साल के शरद पवार लड़खड़ा गए और गिरते गिरते बचे. हमला होते ही मीडियार्मियों ने युवक को पवार से दूर धकेला और उसके बाद कृषि मंत्री वहां से निकल गए. संसद मार्ग पर मौजूद ऑडिटोरियम के निजी सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पकड़ लिया. थप्पड़ मारने के बाद वह चिल्लाने लगा, "वह भ्रष्ट है." युवक की पहचान हरविंदर सिंह के रूप में हुई है जो दिल्ली का एक ट्रांसपोर्टर है. बाद में उसने पत्रकारों से कहा "मैं योजना बना कर कृषि मंत्री को थप्पड़ मारने ही यहां आया था. ये सारे भ्रष्ट हैं." बताया जा रहा है कि यह युवक देश में जरूरी चीजों की बढ़ती कीमतों से परेशान है और देश के मंत्रियों तक अपनी हताशा को पहुंचाना चाहता है. पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की गिरफ्त में आने से पहले हाथ में छोटी सी कृपाण लहरा कर उसने यह भी कहा कि अगर आज गुरू तेगबहादुर का शहीदी दिवस नहीं होता तो मामला और बिगड़ भी सकता था.

तस्वीर: AP

बाद में शरद पवार ने इस घटना पर प्रतिक्रिया जताते हुए इसे 'बेवकूफाना' कहा और यह भी कि वो इसे ज्यादा तूल नहीं देना चाहते. शरद पवार से जब पूछा गया कि क्या वो इस युवक पर मुकदमा करेंगे तो उन्होंने कहा कि आगे क्या करना है इसका फैसला पुलिस करेगी. पवार ने यह भी कहा कि उन्होने उस युवक को पत्रकारों के बीच खड़े देखा और उसने उनके साथ कम सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी फायदा उठा कर हमला किया. इस युवक ने पिछले शनिवार को दिल्ली की एक अदालत से घोटालों में दोषी करार दिए जाने के बाद पूर्व टेलीकॉम मंत्री सुखराम पर भी हमला किया था.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस बारे में जानकारी मिलते ही टेलिफोन कर शरद पवार से बात की और इस घटना की कड़ी निंदा की है. राजनीतिक दलों के तमाम लोगों ने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि लोकतांत्रिक देश में इस तरह की हरकतों को सहन नहीं किया जाएगा. वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है. हालांकि विपक्षी पार्टियों का मानना है कि सरकार को बढ़ती कीमतों और भ्रष्टाचार के मामलों से गंभीरता से निबटना होगा जिनसे लोग परेशान हो रहे हैं.

तस्वीर: UNI

कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अलवी ने इस घटना के लिए बीजेपी के एक बयान को जिम्मेदार ठहराया है. मंगलवार को बीजेपी ने एक बयान जारी किया था कि लगातार कीमतों का बढ़ना और इसे रोकने के लिए सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. लोग हिंसा के रूप में अपना गुस्सा दिखा सकते हैं. राशिद अलवी ने पत्रकारों से कहा, "बीजेपी ने बयान दिया और आज की घटना के लिए बीजेपी का यह बयान ही जिम्मेदार है."

बीजेपी के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने इस घटना की तीव्र निंदा की है और कहा कि हमलावर को सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने कीमतें बढ़ने के मामले में कुछ नहीं किया है और गैस, पेट्रोलियम, भोजन और सब्जियों की कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं. समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह ने भी इस हिंसा की विरोध किया है और इस घटना के लिए दोषी को सजा देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कीमतों में इजाफे के मसले पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए.

रिपोर्टः पीटीआई/एन रंजन

संपादनः ओ सिंह

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