शशि थरूर के संपर्क में थे शशांक: मोदी
२६ मई २०१०ललित मोदी ने आरोप लगाया है कि शशांक मनोहर पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर के संपर्क में बने हुए थे. आईपीएल में दो नई टीमों के लिए हो रही नीलामी में शशि थरूर कोच्चि फ्रैंचाइजी का समर्थन कर रहे थे. मोदी ने व्यंग्यपूर्ण भाषा में कहा, "मैं समझ सकता हूं कि कैबिनेट मंत्री के इस प्रक्रिया में शामिल होने की वजह से आपको वो सब करना पड़ा जो मेरी समझ में आप सामान्य परिस्थितियों में नहीं करते."
निलंबित आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने कहा है कि उनके भाग्य का फैसला करने के लिए स्वतंत्र पैनल का गठन होना चाहिए और निर्णय लेने की प्रक्रिया में बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर और सचिव एन श्रीनिवासन नहीं होने चाहिए.
अपने अनुरोध की वजह को बयान करते हुए ललित मोदी ने दावा किया कि व्यक्तिगत नाराजगी से प्रेरित होकर वह यह मांग नहीं कर रहे हैं. बल्कि वह चाहते हैं कि उनके खिलाफ जांच का जो फैसला आए वह निष्पक्ष और सही होना चाहिए. इंडियन प्रीमियर लीग में वित्तीय धांधलियों के आरोपों का सामना कर रहे मोदी पर नीलामी प्रक्रिया में धांधली और अप्रत्यक्ष रूप से टीमों में हिस्सेदारी रखने का आरोप है.
कभी आईपीएल में अपने नाम की धाक जमाने वाले लेकिन अब खामोश रहकर आगे की रणनीति बनाने वाले मोदी ने मंगलवार को साफ किया कि कोच्चि फ्रैंचाइजी के लिए रोंदेवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड की बोली उन्होंने स्वीकार करने से इसलिए मना कर दिया था क्योंकि वह देर से आई थी. मोदी ने दावा किया कि इस घटना के बाद शशांक मनोहर ने पहली नीलामी प्रक्रिया को रद्द कर दिया था.
"मैंने उसे स्वीकार करने से मना दिया क्योंकि वह देर से भेजी गई थी. लेकिन शशांक मनोहर ने मुझे उसे स्वीकार करने के लिए कहा. ऐसा लगता है कि आप पर बहुत दबाव था कि नीलामी प्रक्रिया में देर से आई उस बोली को आप शामिल करें. मैंने उन्हें बताया कि नीलामी को रद्द करना गैरकानूनी होगा लेकिन मुझे महसूस होता है कि आप अपने फैसले पर अडिग थे और नीलामी को कैंसल कराने का दबाव आप पर था."
ललित मोदी ने बीसीसीआई सचिव और चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन को भी जांच प्रक्रिया से दूर रखने की मांग की है. मोदी के मुताबिक उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने में श्रीनिवासन की बड़ी भूमिका रही है. मोदी ने तो यहां तक कहा है कि वह जांच के दौरान श्रीनिवासन से सवाल जवाब करना चाहेंगे. मोदी का दावा है कि सचिव के तौर पर श्रीनिवासन अपने पद का गलत फायदा उठा रहे थे और जब उन्होंने उनके इस व्यवहार पर लगाम कसने की कोशिश की तो वह हताशा में उनसे नाराज हो गए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह