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शानदार फुटबॉलर रोनाल्डो का संन्यास

१४ फ़रवरी २०११

फुटबॉल वर्ल्ड कप के टॉप स्कोरर और ब्राजील को दो बार वर्ल्ड कप जिताने वाले रोनाल्डो खेल को अलविदा कह रहे हैं. 34 साल के रोनाल्डो का कहना है कि अब उनमें फुटबॉल खेलने की क्षमता नहीं बची है.

तस्वीर: AP

ब्राजील के मीडिया के मुताबिक सोमवार को रोनाल्डो फुटबॉल से संन्यास लेने का एलान करेंगे. एस्टाडो दी साओ पाउलो अखबार से बातचीत में रोनाल्डो ने ऐसे संकेत भी दिए हैं. 34 साल के इस अचूक स्ट्राइकर ने कहा, ''मैं अब और ज्यादा लंबा नहीं खींच सकता. मैं चाहता था कि मैं खेल जारी रखूं लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है. मेरा शरीर अब यह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है.''

1996, 1997 और 2002 में फीफा प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए रोनाल्डो क्लब फुटबॉल से भी विदा लेने के मूड में हैं. ग्लोबो टेलीविजन से उन्होंने कहा, ''मन कहता है कि मैं खेलता रहूं और शरीर कहता है नहीं.'' 2002 में अपने दनदनाते हमलों से ब्राजील को वर्ल्ड कप फाइनल तक पहुंचाने वाले रोनाल्डो बीते कुछ सालों से चोटों से परेशान रहे हैं. 2002 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में 8 गोल करने और वर्ल्ड कप में कुल 15 गोल ठोंकने के उनके रिकॉर्ड को आज तक कोई तोड़ नहीं सका है.

2002 वर्ल्ड कप के दौरान रोनाल्डोतस्वीर: AP

लेकिन चेहरे पर खरगोश जैसे दो दांतो वाले रोनाल्डो की मुश्किलें भी यहीं से शुरू हुईं. 1999 में उनके दाएं घुटने में चोट लगी और फिर बार बार यही घुटना चोटिल होता रहा. इसी का नतीजा रहा कि रोनाल्डो को रफ्तार धीमी पड़ गई. यूरोप के बार्सिलोना, रियाल मैड्रिड और इंटर मिलान जैसे शीर्ष क्लबों के लिए खेल चुके रोनाल्डो को चोटों के चलते एक क्लब से दूसरे क्लब जाना पड़ा. उनकी चोट से परेशान रियाल मैड्रिड ने 2007 में उन्हें एसी मिलान ट्रांसफर कर दिया. साल भर बाद एसी मिलान की तरफ से खेलते हुए उन्हें फिर चोट लगी और इटैलियन क्लब का भी साथ छूट गया.

इसी दौरान रोनाल्डो विवादों में भी फंसे. नशीले पदार्थों के साथ ही ट्रांसजेंडर (उभयलिंगी) सेक्स स्कैंडल में फंसे. रियो डी जनेरो के नाइटक्लब से निकले रोनाल्डो सीधे सेक्स स्कैंडल में फंसे. एक सिंगापुर की महिला ने रोनाल्डो पर अपने बच्चे के पिता होने का आरोप भी लगाया. डीएनए टेस्ट के बाद रोनाल्डो ने स्वीकार किया कि बच्चा उन्हीं का है.

जाहिर है चोट और ढलते खेल ने रोनाल्डो को मैदान से बाहर रहने पर मजबूर किया. बाहर विवादों ने उन्हें जकड़ लिया. फिर राष्ट्रीय टीम और क्लबों ने भी रोनाल्डो को भाव देना बंद कर दिया. इस तरह फुटबॉल प्रेमियों के सामने एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी औचक चमक से साथ आया और विवादों में धूमिल होता हुआ विदा हो रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़

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