अमेरिका और ब्रिटेन को लग रहा है कि इस्लामिक स्टेट या उसके करीबियों ने रूसी विमान को बम से उड़ाया. ब्रिटेन और आयरलैंड ने मिस्री रिजॉर्ट शर्म अल शेख की उड़ानें बंद कीं.
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के कार्यालय ने रूसी विमान हादसे पर बयान जारी कर कहा, "हमें चिंता है कि शायद विमान को विस्फोटक डिवाइस के जरिये गिराया गया." एक अमेरिकी अधिकारी ने भी समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "बम की ही सबसे ज्यादा संभावना है. यह कुछ ऐसा है जो आईएस करना चाहेगा." बम रखने वालों ने शर्म अल शेख एयरपोर्ट के कमजोर सुरक्षा तंत्र को चकमा दिया होगा.
सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि विमान से संपर्क टूटने से ठीक पहले सिनाई के ऊपर आकाश में तेज रोशनी चमकी. अमेरिकी और ब्रिटिश अधिकारियों को लग रहा है कि वह रोशनी धमाके से निकली. विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुके हैं. एक ब्लैक बॉक्स के डाटा में काफी तेज धमाके जैसी आवाज सुनी गई. दूसरा बुरी तरह क्षतिग्रस्त है. उसका डाटा सुनने के लिए काफी मेहनत करनी होगी. 31 अक्टूबर को मिस्र की सिनाई पहाड़ियों में रूसी एयरलाइन मेट्रोजेट का विमान क्रैश हुआ. विमान में सवार सभी 224 लोग मारे गए. हादसे के बाद इस्लामिक स्टेट ने दावा किया कि रूसी विमान को उसने गिराया है.
गुरुवार को लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल अल-सिसी से मिल रहे हैं. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार के अलावा रूसी विमान हादसे पर भी चर्चा होगी. लाल सागर के मशहूर पर्यटक केंद्र शर्म अल शेख में इस वक्त 20,000 ब्रिटिश टूरिस्ट हैं. ब्रिटेन अपने नागरिकों को वहां से लाने के लिए आपात योजना बना रहा है.
मिस्र और रूस अब तक इस्लामिक स्टेट की भूमिका से इनकार कर रहे हैं. इस्लामिक स्टेट ने दावा किया है कि वह आने वाले दिनों में इस बात के पुख्ता सबूत देगा कि कैसे उनसे एयरबस ए-321 पर हमला किया. अगर यह दावा सच निकला तो इस्लामिक स्टेट द्वारा किसी यात्री विमान को गिराने का यह पहला मामला होगा.
आईएस के नियंत्रण में सीरिया और इराक का बड़ा इलाका है. सीरिया में रूस बीते महीने से इस्लामिक स्टेट और विद्रोहियों पर बमबारी कर रहा है. विमान हादसे ने मॉस्को को काफी हैरान किया है. रूसी एयरफोर्स के कमांडर विक्टर बोंडारेव मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में रूस को और निशाना बनाया जा सकता है, "जरा सोचें कि किसी सैन्य विमान को हाईजैक किया जाए और पड़ोसी देश में पहुंचा कर वहां से हम पर हवाई हमला किया जाए. हमें इसके लिए तैयार रहना होगा." ऐसी आशंका के चलते मॉस्को ने एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलें भी सीरिया भेजने का एलान किया है.
ओएसजे/एमजे (एपी, एएफपी)
रूसी विमान हादसे का जिम्मेदार कौन?
31 अक्टूबर को मिस्र के सिनाई से लौट रहा रूसी विमान टेक ऑफ के कुछ देर बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया. एयरबस ए321 में मौजूद सभी 224 लोगों की इस हादसे में जान चली गयी. इनमें 214 रूसी नागरिक शामिल थे.
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जांच जारी
रूस और फ्रांस के विमानन विशेषज्ञ इस दुर्घटना की वजह का पता लगाने में जुटे है. ब्लैक बॉक्स मिल गया है लेकिन अब तक साफ तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है. हालांकि हादसे के कारणों पर कई अटकलें लग रही हैं.
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बाहर से हमला?
जांच समिति के एक सदस्य ने अपनी पहचान ना बताने की शर्त पर समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया है कि ऐसा नहीं लगता कि विमान से बाहर से कोई चीज टकराई हो.
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तकनीकी खराबी नहीं
वहीं विमान कंपनी का कहना है कि हवाई जहाज तकनीकी रूप से बिलकुल फिट था और तकनीकी खराबी के चलते इतना बड़ा हादसा होना मुमकिन नहीं है. कंपनी के अनुसार 26 अक्टूबर को विमान के दोनों इंजनों की जांच हुई थी.
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एयर कंट्रोल से संपर्क
हादसे के दौरान पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क नहीं किया. विमान कंपनी का कहना है कि सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि पायलट के पास संपर्क करने का कोई मौका ही नहीं था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Str
राष्ट्रीय शोक
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस घटना पर दुख जताते हुए रविवार को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया. उन्होंने जोर दे कर कहा कि हादसा कैसे हुआ, इसकी जड़ तक पहुंचना जरूरी है.
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कई संभावनाएं
पुतिन सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेश्कोव ने कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने इसके पीछे आतंकवादियों का हाथ होने से भी इंकार नहीं किया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Str
जिम्मेदारी किसकी?
मिस्र के एक आतंकवादी संगठन ने हमले के पीछे होने का दावा किया है. संगठन के तार इस्लामिक स्टेट से जुड़े हैं. संगठन के अनुसार यह "रूस द्वारा सीरिया की जमीन पर मुसलामानों की जान" का बदला है. रूस ने एक महीना पहले सीरिया में हवाई हमले शुरू किए थे.
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इस्लामिक स्टेट का हाथ?
मिस्र में मौजूद इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों के पास ऐसे मिसाइल मौजूद नहीं हैं, जो 30,000 फीट की ऊंचाई पर हमला कर सके. आईएस पहले भी ऐसे कई दावे कर चुका है, जिनके पीछे उसका हाथ नहीं रहा है.
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शोक में
मारे गए यात्रियों के शव रूस के सेंट पीटर्सबर्ग के पुलकोवो हवाईअड्डे पर लाए गए हैं, जहां परिजन शोक में डूबे हैं. रूसी नागरिकों ने मोमबत्तियां जला कर और फूल रख कर मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
तस्वीर: Reuters/P. Kovalev
अच्छा रिकॉर्ड
यह विमान 1997 से चल रहा था और अब तक 21,000 उड़ानें भर चुका था. सुरक्षा के लिहाज से इसका अच्छा रिकॉर्ड रहा है. टेक ऑफ के 23 मिनट बाद यह रडार से गायब हो गया. उस वक्त यह 31,000 फीट की ऊंचाई पर था.