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शुंगलू ने कलमाड़ी को कसूरवार बताया

१ अप्रैल २०११

कॉमनवेल्थ खेलों में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर रही शुंगलु समिति ने सुरेश कलमाड़ी एंड पार्टी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. समिति का यह भी कहना है कि 500 सदस्यों वाली ओलंपिक समिति में चापलूसी करना आम बात है.

तस्वीर: UNI

कॉमनवेल्थ खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किए गए सुरेश कलमाड़ी ने खेलों के दौरान खुद और अपने सहयोगियों को फायदा पहुंचाया. पूर्व महालेखा परीक्षक जनरल वीके शुंगलु की अध्यक्षता में बनाई गई उच्चस्तरीय जांच समिति के मुताबिक, कलमाड़ी और उनके सहयोगियों ने ठेके देते वक्त अपने हित ध्यान में रखे.

समिति ने भारतीय ओलंपिक समिति के ढांचे और कामकाज के तरीके पर नाराजगी जताई. इसमें कहा गया है कि ओलंपिक समिति में प्रशासन संबंधी गंभीर समस्याएं हैं. 500 सदस्य हैं और चापलूसी की प्रथा फैली हुई है.

दो सदस्यीय समिति की ताजा रिपोर्ट ने कई सरकारी एजेंसियों के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए हैं. जांच के मुताबिक सरकारी एजेंसियों की वजह से योजनाएं समय पर पूरी नहीं हो सकीं और 1,600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

शुंगलु समिति का गठन बीते साल खेलों को फौरन बाद किया गया. कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान सामने आए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद यह समिति बनाई गई. उच्च स्तरीय समिति के अलावा मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है. अब तक कलमाड़ी के कई सहयोगियों और खेल आयोजन समिति के अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. कलमाडी़ के ठिकानों पर आए दिन छापे पड़ रहे हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ए जमाल

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