श्टुटगार्ट की बजरी पर बेजोड़ शारापोवा
३० अप्रैल २०१२
रोलां गैरों की मुहिम तो 27 मई से शुरू होगी लेकिन रूसी सुंदरी बहुत पहले से ही इसके लिए खुद को तैयार करने में जुट गई हैं. दुनिया की नंबर दो टेनिस खिलाड़ी शारापोवा कह रही हैं कि मुकाबले के आगाज से पहले अभी उन्हें बहुत कुछ करना है. फ्रेंच ओपन से पहले मैड्रिड और रोम के बजरी वाले कोर्ट वाले मुकाबले भी होने हैं. जाहिर है कि शारापोवा के पास खुद को बजरी पर बेजोड़ बनने के लिए कुछ और मौके हैं.
शारापोवा ने बजरी पर खेलने के बारे में कभी खुद के लिए कहा था कि यह किसी गाय के बर्फ पर चलने जैसा है. हालांकि दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी विक्टोरियो अजारेंका को फाइनल में शिकस्त देने से पहले शारापोवा ने यूएस ओपन विजेता सामंथा स्टोसर और विंबलडन विजेता पेट्रा क्विटोवा को हराया. 2012 में तीन फाइनल हारने वाली शारोपोवा के लिए यह साल की पहली खिताबी जीत थी. 84 मिनट तक चले मैच के बाद करियर की 25वीं खिताबी जीत में शारापोवा ने आजारेंका से ऑस्ट्रेलियाई ओपन की हार का बदला भी चुकता कर लिया. इस जीत ने उनके पर्स में 115,000 डॉलर और गैरेज में पोर्शे की चमचमाती कार भी पहुंचाई है.
जीत के बाद शारोपोवा ने कहा, "यह मेरे लिए बड़ी जीत है. मैं पहली बार यहां आई और मैं खुश हूं कि मैंने खिताब जीत लिया. मुझे कठिन मैच झेलने पड़े और मुझे अच्छा खेलना पड़ा, यह मेरे क्ले कोर्ट सीजन की अच्छी शुरुआत है." शारोपोवा ने बताया, "क्ले कोर्ट पर प्लेसमेंट की बहुत अहमियत है. आपको थोड़ा ज्यादा धैर्य रखना पड़ता है, लेकिन अच्छी प्लेसमेंट से सर्विस आपके हाथों में रहने की संभावना ज्यादा रहती है." शारापोवा ने टेनिस के व्यस्त कार्यक्रम की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा, "आप कोई टूर्नामेंट खत्म करते हैं और उसके बाद आपके पास कुछ ही दिन रहते हैं आराम करने को उसके बाद अगले मुकाबले का सफर शुरू हो जाता है. पर मैं क्ले कोर्ट पर अब तक के खेल से खुश हूं."
श्टुटगार्ट के इनडोर क्ले कोर्ट पर हुए मुकाबले ने मुकाबले में शामिल आठ खिलाड़ियों को अपना रैंक दुरूस्त करने में मदद दी है. शारापोवा के लिए बस रोलां गैरां का खिताब ही ऐसा है जो ग्रैंड स्लैम की ट्रॉफियों में कमी का अहसास करा रहा है. दो बार सेमीफाइनल तक पहुंचने के बावजूद अब तक वो यहां खिताबी जीत हासिल नहीं कर सकी हैं. अगस्त 2005 में पहली बार नंबर वन रैंकिंग हासिल करने वाली शारापोवा के नाम डब्ल्यूटीए के 25 खिताब हैं. अब तक छह बार ग्रैंड स्लैम मुकाबलों के फाइनल में पहुंची मारिया शारापोवा ने तीन बार विजेता की ट्रॉफी उठाई है.
एनआर/एएम(एएफपी,डब्ल्यूटीए)