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श्रीलंका क्रिकेट को चाहिए बेलआउट

१५ जून २०११

श्रीलंका क्रिकेट पर संकट के बादल छाए हुए. पहले फिक्सिंग से जुड़े तरह तरह के आरोप और उसके बाद वित्तीय संकट ने बोर्ड के होश उड़ा दिए हैं. श्रीलंका क्रिकेट गले तक कर्ज में डूबा हुआ है.

तस्वीर: picture alliance/dpa

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड सरकार से आर्थिक मदद मांग रहा है. ताकि वर्ल्ड कप 2011 के दौरान खर्च किए गए लगभग 6.9 करोड़ डॉलर का भुगतान किया जा सके. श्रीलंका के खेल मंत्री ने इस बात का खुलासा किया. श्रीलंका के खेल मंत्री महिंदानंद अलुथगामगे के मुताबिक, "क्रिकेट संचालन संस्था ने दो अरब श्रीलंकाई रुपयों (1.83 करोड़ डॉलर) का अनुदान मांगा है इसके अलावा डेढ़ अरब रुपये बैंक ऑफ सीलोन से कर्ज के तौर पर मांगा है." श्रीलंका क्रिकेट के पास वर्ल्ड कप के आयोजन के बाद के पैसे खत्म हो गए हैं. कुछ भुगतान करने के लिए सरकारी मदद मांगी है." श्रीलंका वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के हाथों हार गया. उसने अपने यहां 12 मैचों की मेजबानी की. बाकी के मैच भारत और बांग्लादेश में हुए.

कर्ज चुकाने के पैसे नहीं

श्रीलंका ने इन मैचों को कराने के लिए हमबंटोटा और पल्लेकेले में स्टेडियम बनवाए. कोलंबो के आर प्रेमादासा स्टेडियम की मरम्मत के लिए 80 लाख डॉलर खर्च किए. खेल मंत्री के मुताबिक "हमने कुल 5 अरब रुपये तीन स्टेडियम के लिए खर्च किए." अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने ढाई करोड़ डॉलर देने का वादा किया है, जो मेजबानी अधिकार के रूप में मिलेंगे.

हार के बाद हालत पतली

स्थानीय मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि क्रिकेट श्रीलंका के पास कर्मचारियों को पगार देने के लिए पैसे नहीं हैं. श्रीलंका क्रिकेट टीम फिलहाल इंग्लैंड दौरे पर है. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलेगी. 2012 में श्रीलंका को विश्व ट्वेंटी 20 चैंपियनशिप का भी आयोजन करना है. खेल मंत्री कहते हैं, "यह हमारे लिए संकट की स्थिति नहीं है. हमें भरोसा है कि सरकार हमारी मदद करेगी." वर्ल्ड कप में मिली हार के बाद से श्रीलंका टीम के कप्तान, उप कप्तान और चयनकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया था. श्रीलंका ने 1996 का वर्ल्ड कप जीता है.

बोर्ड के पास पैसे नहींतस्वीर: AP

कैसे गायब हुए दस्तावेज

श्रीलंका के खेल मंत्री का कहना है कि उन्हें शक है कि विश्व कप से जुड़े वित्तीय दस्तावेज गायब करने में किसी "अंदर के आदमी" का हाथ है. ये दस्तावेज विश्व कप 2011 के आयोजन से संबंधित हैं. खेल मंत्री ने कहा, "यह काम किसी अंदर के शख्स ने किया है. कोई रोबोट आकर हार्ड डिस्क नहीं चुरा लेगा." खेल मंत्री के मुताबिक पुलिस ने इस चोरी की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने फिंगर प्रिंट्स भी लिए हैं. इस चोरी का खुलासा सोमवार को हुआ जब छुट्टी के बाद पहली बार दफ्तर खुले. खेल मंत्री के मुताबिक श्रीलंका क्रिकेट के पास बैकअप डेटा है और उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है.

रिपोर्टः एएफपी/आमिर अंसारी

संपादनः ए जमाल

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