श्रीलंका ने न्यूजीलैंड को 192 पर समेटा
१३ अगस्त २०१०तेज गेंदबाजों की मदद करने वाले दांबुला के विकेट का श्रीलंकाई गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाया. न्यूजीलैंड की पारी में सेंध लगाने की शुरुआत तूफानी गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने की. उन्होंने मार्टिन गुप्टिल को खाता भी नहीं खोलने दिया. फिर बारी कीवी कप्तान की आई. भारत के खिलाफ शानदार पारी खेलने वाले रॉस टेलर इस बार सिर्फ 16 ही रन बना सके. वह मैथ्यूज का पहला शिकार बने.
टेलर के जाने के फौरन बाद मैथ्यूज ने कैन विलियम्सन को रवानगी के लिए मजबूर कर दिया. वह भी खाता नहीं खोल सके. मंझधार में फंसी टीम को अनुभवी ऑल राउंडर स्कॉट स्टाइरिश भी नहीं बचा सके. 24 रन बनाते ही उन्हें हेरथ ने पैवेलियन की राह दिखाई.
कीवी टीम की ओर से सिर्फ एक मात्र अर्धशतक लगा. वह सलामी बल्लेबाज वाटलिंग ने जड़ा. 55 रन बनाकर वह मैथ्यूज का तीसरा शिकार बने. वाटलिंग का विकेट गिरते ही कीवी टीम की सारी उम्मीदें धराशाई हो गई. 101 पर पांच विकेट खोने के बाद टीम की राह ज्यादा लंबी नहीं लग रही थी. लेकिन नॉथन मैक्कुलम ने 36 रन और पुछल्ले बल्लेबाजों की छोटी छोटी पारियां टीम को घसीटते हुए 192 तक ले गई. विकेटों के पतझड़ में एक एक विकेट मेंडिस और कुलशेखरा को भी मिला. 49वें ओवर की पहली गेंद पर कुलशेखरा ने साउथी का विकेट झटका और न्यूजीलैंड को 192 के स्कोर पर पैक कर दिया.
वनडे के लिहाज से लक्ष्य आसान है. लेकिन दांबुला और डे नाइट मैच को देखते हुए इसे मुश्किल भी माना जा रहा है. न्यूजीलैंड के गेंदबाज गजब की फॉर्म में हैं. ऐसे में अगर विकेट से उछाल मिलता रहा तो श्रीलंका के लिए 193 का ल्क्ष्य मुश्किल साबित हो सकता है. कीवी टीम को अब भी उम्मीद है कि अगर वह भारत जैसी टीम को 88 पर समेट सकते हैं तो फिर श्रीलंका क्या चीज हैं.
वनडे रैंकिंग के लिहाज से भी यह मैच काफी अहम है. अगर न्यूजीलैंड हारता है तो वह फिर से तीसरे नंबर पर आ जाएगा. फिलहाल वह टीम इंडिया को पछाड़ कर दूसरे पायदान पर पहुंचा हुआ है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा