भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट दोनों देशों के झगड़े की भेंट चढ़ गया है. अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने देश की टीम को श्रीलंका में भारत के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरिज खेलने की अनुमति दे दी है.
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कभी आतंकी हमले तो, कभी आपसी रंजिश और कभी सुरक्षा की चिंता. भारत और पाकिस्तान अपनी धरती पर क्रिकेट के मैचों को टोलते रहे हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार प्रधानमंत्री शरीफ ने पाकिस्तानी टीम को भारत के खिलाफ खेलने की मंजूरी दे दी है. निजी चैनल जियो न्यूज ने कहा है कि शरीफ ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से कहा है कि वह तटस्थ जगह पर भारत के खिलाफ खेलने के लिए अपनी टीम भेज सकती है.
पाकिस्तान और भारत के बोर्ड महीनों से इस बात पर बहस कर रहे थे कि मैच कहां हो. भारत ने यूनाइटेड अरब अमीरात में खेलने से मना कर दिया था, जहां पाकिस्तानी मूल के लोगों की बहुतायत है और वह पिछले छह साल से आतंकवादी खतरों के कारण पाकिस्तान आने से मना करने वाली विदेशी टीमों के लिए पाकिस्तान का होम ग्राउंड रहा है. पाकिस्तान ने भारत में खेलने की संभावना को नकार दिया था.
पिछले दिनों पाकिस्तान बोर्ड के प्रमुख शहरयार खान भारत आए थे लेकिन शिव सेना द्वारा सुधींद्र कुलकर्णी पर कालिख पोतने की घटना के बाद यह बैठक नहीं हुई. अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के पाकिस्तान टास्क फोर्स के प्रमुख गिल्स क्लार्क ने शहरयार खान और भारतीय बोर्ड प्रमुख शशांक मनोहर की पिछले हफ्ते दुबई में बैठक कराई जहां मैच श्रीलंका में कराना तय हुआ.
हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच श्रीलंका में सीरिज कराने की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन नवाजशरीफ की मंजूरी की खबर आने के बाद भारत में सीरिजा का विरोध शुरू हो गया है. शहरयार खान ने बुधवार को कहा कि उन्होंने पाकिस्तान सरकार को बता दिया है किु दुबई वार्ता लाभप्रद थी और भारतीय क्रिकेट बोर्ड अपनी सरकार की राय ले रहा है.
पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा 2008 में मुंबई में हुए हमलों के मास्टरमाइंड पर कानूनी कार्रवाई से असंतुष्ट भारत पाकिस्तान पर हर तरह से दबाव बनाता रहा है. हालांकि दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड ने पिछले साल एक सहमति पत्र पर दस्तखत कर 2015 से 2023 के बीच कम से कम छह सीरिज खेलने का फैसला किया है. आतंकवाद के कारण मैचों के आयोजन और कमाई से वंचित पाकिस्तान पहले सीरिज की मेजबानी दिसंबर में करेगा.
एमजे/आईबी (एपी)
जब शिव सेना ने किया पाकिस्तान का विरोध
हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी शिव सेना की पाकिस्तान विरोधी सोच का प्रभाव भारत और पाकिस्तान के बीच खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों को प्रभावित करता रहा है. एक नजर पिछली कुछ घटनाओं पर.
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वीना मलिक और अली सलीम
रिएलिटी शो बिग बॉस में पाकिस्तानी कलाकार वीना मलिक और अली सलीम की प्रतिभागिता पर शिव सेना ने आपत्ति जताई. उन्होंने आयोजकों से दोनों को कार्यक्रम से बाहर निकालने को कहा.
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पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं
साल 1999 में पाकिस्तान के भारत में क्रिकेट टूर के विरोध में शिव सेना ने फिरोजशाह कोटला की पिच को खोद डाला. हालांकि ऐसा करने पर भी सिरीज रोकी नहीं गई. 2006 में मुंबई में सीरियल ब्लास्ट के बाद शिव सेना ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के जयपुर और मोहाली में पाकिस्तान के साथ होने वाले मैचों का भी विरोध किया.
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गायकी का कार्यक्रम
साल 2012 में एक टीवी कार्यक्रम में पाकिस्तानी कलाकारों के हिस्सा लेने के खिलाफ शिव सेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मिलकर साथ आए. उनका कहना था कि राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई और गायिका आशा भोसले को पाकिस्तानी कलाकारों के साथ एक ही मंच पर नहीं होना चाहिए.
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प्रो कबड्डी लीग
भारत में प्रो कबड्डी लीग के प्रारंभिक सत्र 2014 में तीन पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शिव सेना की धमकी के कारण मैचों में नहीं खिलाया गया. शिव सेना ने आयजकों से मांग की कि आने वाले सालों में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को मुंबई या पुणे में होने वाले मैचों में ना खिलाया जाए.
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आतिफ असलम का कॉन्सर्ट
25 अप्रैल 2015 को पुणे में पाकिस्तानी गायक आतिफ असलम का एक कॉन्सर्ट होना था जिसे शिव सेना से मिली धमकी के बाद रद्द कर दिया गया.
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गजल गायक गुलाम अली
पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली को 10 अक्टूबर को भारतीय गजल गायक जगजीत सिंह की पुण्यतिथि पर पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में गाने के लिए बुलाया गया था. इसे भी शिव सेना की धमकी के बाद रद्द कर दिया गया.
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खुर्शीद कसूरी की किताब
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की किताब के विमोचन के लिए उन्हें ऑबजर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक सुधींद्र कुलकर्णी ने मुंबई बुलाया था. शिव सेना की धमकी के बाद भी जब कुलकर्णी पीछे नहीं हटे तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम से पहले उनके मुंह पर स्याही पोत दी.