संकट के बांड खरीदेगा यूरोपीय बैंक
६ सितम्बर २०१२
यूरोपीय सेंट्रल बैंक के इस कदम के बारे में उसी दिन से कयास लगाए जा रहे हैं, जिस दिन मैड्रिड में जर्मनी और स्पेन के नेताओं की मुलाकात हुई.
बैंक के अध्यक्ष मारियो द्रागी ने कहा कि बैंक तीन साल की अवधि में मैच्योर होने वाले असीमित बांड खरीदेगा. द्रागी का कहना है, "यूरोजोन को बचाने के लिए हम सब कुछ करेंगे. हालांकि हमने ब्याज दर में बदलाव नहीं किया है. ये अभी भी 0.75 प्रतिशत ही है." स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राखोय का कहना है कि यूरोजोन संकट से निपटने के लिए वह जर्मनी के साथ मिल कर काम करने को तैयार हैं.
इससे पहले जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा, "हमें पूरे यूरोजोन में विश्वास बहाल करने की जरूरत है."
यूरोपीय सेंट्रल बैंक के बांड खरीदने की योजना के मुताबिक संकट ग्रस्त देशों से असीमित बांड खरीदे जाएंगे. बैंक का दावा है कि इससे सरकारी बांड की खरीद बिक्री में मची उथल पुथल को ठीक करने में सहायता मिलेगी.
बैंक की इस योजना को ओएमटी (आउटराइट मॉनेटरी ट्रांजैक्शन) कहा रहा है. बैंक का कहना है कि इस योजना की सफलता के लिए सरकारों को भी ईसीएम यानी यूरोपीय स्टैबिलिटी मैकेनिज्म के तहत किए गए वादे पूरे करने होंगे. यूरोपीय स्टैबिलिटी मैकेनिज्म एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना आर्थिक संकट के समय यूरो मुद्रा चलाने वाले देशों की सहायता के लिए की गई थी.
द्रागी का कहना है कि यूरोपीय बैंक की इस योजना पर हर कोई सहमत नहीं था. खास कर जर्मन सेंट्रल बैंक के मुखिया जेन्स वाइडमान ने तो इस पर कड़ा एतराज जताया था. इस बीच बैंक ने यूरोजोन के विकास की संभावनाओं के बारे में अपने आकलन में गिरावट दर्ज की है. नए कार्यक्रम के लागू होने के बाद मई 2010 में शुरू किया गया एसएमपी (सेक्योरिटी मॉर्केट प्रोग्राम) अपने आप समाप्त हो जाएगा.
इसके जरिए बैंक ने ग्रीस, आयरलैंड, पुर्तगाल, इटली और स्पेन से 205.8 अरब यूरो इकट्ठा किया था.
यूरोपीय सेंट्रल बैंक की इस योजना का असर यूरोपीय स्टॉक बाजार पर भी दिखाई पड़ रहा है. इसके एलान के बाद से ही बाजार मजबूत हुआ है. हालांकि स्पेन के बांड थोड़े नीचे फिसले हैं.
वीडी/एजेए (एएफपी)