1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सचिन की कमजोरियां बताएंगे चैपल

१७ दिसम्बर २०११

टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारतीय टीम की कमजोरियां बताएंगे. भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले चैपल कंगारू खिलाड़ियों को बताएंगे कि सचिन तेंदुलकर के बल्ले को रोकने के लिए उन्हें क्या करना होगा.

तस्वीर: AP

26 दिसंबर से शुरू होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया को अपने पूर्व कप्तान ग्रैग चैपल की याद आई. खराब फॉर्म से जूझ रही टीम के नए कोच माइकी आर्थर ने चैपल से मदद मांगी. आर्थर जानना चाहते हैं कि चैपल उन्हें सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और उनकी साथियों की कुछ कमजोरियां बताएं.

सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ काफी सफल रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 31 टेस्ट मैचों में सचिन 11 शतक जड़ चुके हैं. उनका औसत 60.6 का है. सचिन लंबे समय से 100वें शतक का इंतजार रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही उनके बल्ले ने जिस अंदाज में शुरुआत की है उससे लग रहा है कि 100वां शतक कंगारुओं की धरती पर ही लगने जा रहा है. अभ्यास मैच में सचिन ने 92 रन की धाराप्रवाह पारी खेली. इन समीकरणों को देखने के बाद पता चलता है कि ऑस्ट्रेलिया के कोच सचिन के नाम से क्यों थरथरा रहे हैं.

तस्वीर: picture alliance/dpa

कभी टीम इंडिया के कोच रह चुके चैपल भी भारतीय टीम के भेद खोलने के तैयार हैं. चैपल को लगता है कि दबाव बनाकर तेंदुलकर का विकेट हासिल किया जा सकता है. लेकिन राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और धोनी की मौजूदगी में यह दवाब बनेगा कैसे, यह रास्ता चैपल और आर्थर को निकालना है.

तीन साल तक भारतीय टीम के कोच रहने वाले चैपल के संबंध सचिन तेंदुलकर से कड़वे रहे. चैपल खुद इस बात को स्वीकार करते हैं. पूर्व कोच मानते हैं कि तेंदुलकर और सहवाग किसी भी टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं.

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चैपल कैसे भारतीय टीम पर अंकुश लगाने की रणनीति तैयार करते हैं. चैपल और भारतीय टीम का रिश्ता 2007 के बाद एक मनोवैज्ञानिक लड़ाई में बदल चुका है. टीम के कई खिलाड़ी चैपल को बिल्कुल पंसद नहीं करते. ऐसे में भारतीय टीम की कोशिश ऑस्ट्रेलिया के साथ चैपल को भी करारा जवाब देने की होगी. जाहिर है, इस करारे जवाब में टेस्ट सीरीज जीतना और ऑस्ट्रेलिया की धरती सचिन के 100वें शतक की ख्वाहिश होगी.

रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें