सचिन को 50वें शतक की चिंता नहीं
१६ दिसम्बर २०१०![](https://static.dw.com/image/6300652_800.webp)
सचिन तेंदुलकर कहते हैं, "मैं भाग्य में विश्वास में रखता हूं. अगर कुछ होना लिखा है तो वह जरूर होगा. मैं इस बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा. मेरा पूरा ध्यान खेल की तैयारी पर है."
आज दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच सेंचुरियन में पहला टेस्ट मैच शुरू हो रहा है. और जहीर खान चोटिल हैं और उनके आज खेलने पर आशंका है इस कारण भारत को करारा झटका लगा है.
इधर सचिन अगर सैकड़ा बनाने में कामियाब हो जाते हैं को वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इस मील के पत्थर को पार करने वाले पहले खिलाड़ी होंगे. लेकिन इन सब शंकाओं, उम्मीदों से दूर सचिन का ध्यान अपने खेल पर हैं. "मेरे एक चीज सबसे ज्यादा अहम है, और वह है स्थानीय मौसम में खुद को ढाल सकना. लंबे अभ्यास सत्र के कारण यह हो सका है. हमने कोच गैरी कर्स्टन के साथ अच्छा अभ्यास किया है."
तेंदुलकर का कहना है, "दक्षिण अफ्रीका में भी खिलाड़ी और आलोचक हमेशा पेस और विकेट की उछाल में एडजस्ट होने की बात करते हैं. उनके लिए भी यह सीजन की शुरुआत है इसलिए विकेट बहुत ताजे होंगे."
दक्षिण अफ्रीका में स्थितियों के बारे में तेंदुलकर मानते हैं, "जोहैनसबर्ग में खेलते समय आपको काफी सावधान रहना पड़ेगा क्योंकि वह बहुत ऊंचाई पर है और वहां ऑक्सीजन एक मुश्किल हो सकती है. वैसे भी जब दौरा शुरू होता है, हम क्रिकेट के मैदान पर कदम रखते हैं और पहली बार दौड़ना शुरू करते हैं तो महसूस होता है कि शरीर को आवश्यक ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. लेकिन कुछ ही देर में शरीर एडजस्ट हो जाता है. फिर कोई मुश्किल नहीं."
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रैम स्मिथ ने हाल ही में तेंदुलकर को खेल का शानदार राजदूत बताया था और उम्मीद जाहिर की कि वह इतिहास बना सकेंगे.
पहले टेस्ट के लिए शाम को टीम इंडिया बरसात की वजह से प्रैक्टिस नहीं कर सकी लेकिन कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इससे विचलित नहीं हैं. "हमारे पिछले दो अभ्यास सत्र काफी लंबे रहे इसलिए एक दिन की प्रैक्टिस नहीं होने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा." रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम