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सच्चाई से कोसों दूर हैं प्रधानमंत्री के बयान: नीतीश

१७ अक्टूबर २०१०

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को जबाव दिया है. अररिया में प्रधानमंत्री की रैली के बाद नीतीश ने कहा कि मनमोहन के बयान सच्चाई के कोसों दूर हैं. कहा, प्रधानमंत्री को ऐसा नहीं कहना चाहिए.

नीतीश का निशानातस्वीर: UNI

चुनावी नोंक झोंक को तीखा करते हुए नीतीश ने कहा, ''बिहार सरकार के बारे में मनमोहन सिंह के बयानों से मैं चौंक गया हूं. ये बयान सच्चाई से बहुत दूर हैं. मनमोहन सिंह को ऐसा नहीं करना चाहिए.'' पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि यूपीए सरकार एनडीए सरकार की योजनाओं को अपना बता रही है.

उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री के कथन को मैं सुधार देना चाहता हूं. मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि बिहार को हर साल 1,000 करोड़ रुपये 2004 से नहीं मिल रहे हैं. केंद्र से यह रकम 2002 से मिल रही है. यह यूपीए की सरकार का निर्णय नहीं है, यह एनडीए की सरकार का निर्णय है.''

इससे पहले शनिवार को मनमोहन ने अररिया में एक रैली के दौरान कहा कि बिहार सरकार केंद्र की योजनाओं का सेहरा अपने सिर बांध रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश यूपीए सरकार से मिलने वाली सालाना 1,000 करोड़ रुपये की रकम ठीक से खर्च नहीं कर रहे हैं. यही वजह है कि राज्य में केंद्र की योजनाएं नाकाम रही हैं. प्रधानमंत्री ने कहा इसकी मार आम आदमी पर पड़ी है.

मनमोहन भी कर चुके हैं अररिया का चुनावी दौरातस्वीर: AP

इस बयान से उपजी चुनावी गर्मी को बढ़ाते हुए नीतीश सरकार की गठबंधन सहयोगी बीजेपी भी कांग्रेस पर कूद पड़ी है. बीजेपी नेता अरुण जेटली ने नीतीश की तारीफ करते हुए केंद्र आलोचनाओं के बाण छोड़े. उन्होंने कहा, ''बिहार का विकास नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार के कार्यकाल में हुआ है.''

बिहार में विधानसभा चुनाव बस सिर पर हैं. राज्य में 21 अक्टूबर से 20 नवंबर तक पांच चरणों में मतदान होना है. राज्य में विधानसभा की 243 सीटें हैं. जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस अकेली चुनाव मैदान में है. पिछले चुनाव में करारी हार झेलने वाली लालू और पासवान की पार्टियां भी साथ साथ हैं. वोटों की गिनती 24 नवंबर को होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

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