1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सट्टे से खेल का वजूद ही दांव पर

२ मार्च २०११

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रमुख जैक्स रोग ने चेतावनी दी है कि दुनियाभर में जारी अवैध सट्टेबाजी खेलों को खतरे में डाल सकती है. रोग ने कहा कि दुनिया में खेलों पर सालाना 140 अरब डॉलर से ज्यादा का सट्टा खेला जाता है.

तस्वीर: AP

इस समस्या पर विचार के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपकि समिति, खेल अधिकारियों, कुछ देशों की सरकारों, इंटरपोल और सट्टेबाजी करने वालों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई है. बैठक के बाद रोग ने चेतावनी दी, "मुझे लगता है कि खेल खतरे में हैं. यह सिर्फ ओलंपिक खेलों की बात नहीं है, यह हर खेल की बात है."

सट्टेबाजी के खतरे ने निपटने के लिए हुई बातचीत में इस बात पर सहमति बनी कि मिलकर इस बुराई से निपटा जाए. रोग इससे पहले भी कई बार कह चुके हैं कि अवैध तरीके से होने वाली सट्टेबाजी का असर खेल की विश्वसनीयता पर पड़ता है. उनका कहना है कि मैच फिक्सिंग जैसी घटनाएं दर्शकों पर बहुत खराब असर डालती हैं.

बैठक के दौरान सट्टेबाजी के आंकड़ों पर हुई चर्चा का जिक्र करते हुए रोग ने कहा, "अवैध सट्टेबाजी में हर साल 140 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश होता है. यह बहुत बड़ी रकम है. और इंटरपोल से हमें पता चला कि अवैध सट्टेबाजी बढ़ रही है. उससे लड़ना ही होगा और यह जल्द करना होगा."

रोग ने कहा कि जापान में सूमो कुश्ती में फिक्सिंग और धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ चुके हैं. हाल ही में क्रिकेट में भी इस तरह की घटनाओं का पता चला. रोग के मुताबिक, "दुनिया में सुरक्षित नाम की कोई जगह नहीं है. और हर खेल खतरे में हैं."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें