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सत्ता की ट्रेन बीजेपी के स्टेशन पर नहीं रुकेगीः कांग्रेस

२९ मई २०११

कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी में गृह युद्ध शुरू हो गया है. विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के इस बयान से बीजेपी में बवाल हो गया कि कर्नाटक के विवादित रेड़्डी बंधुओं को अरुण जेटली, वेंकैया नायडू और अनंत कुमार ने बनवाया.

Bharatiya Janata Party supporters protesting against the adverse remark on BJP's senior leader Atal Bihari Vajpai by Congress MP Beni Prasad Verma in Parliament yesterday, at party headquarter in Lucknow on Wednesday. Proteste am Mittwoch. Copyright: UNI India
तस्वीर: UNI India

कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा, "बीजेपी में गृह युद्ध शुरू हो गया है. नीति और कार्यक्रम में कोई अंतर नहीं है. वे आपस में ही लड़ रहे हैं और यह उनका आंतरिक शक्ति संघर्ष है." अहमद के मुताबिक पद के लिए संघर्ष की शुरुआत प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने से शुरू हुई. सुषमा स्वराज लोकसभा में विपक्ष की नेता हैं तो अरुण जेटली राज्यसभा में हैं.

सुषमा के बयान से बवालतस्वीर: UNI

कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "बीजेपी में प्रधानमंत्री पद का एक उम्मीदवार काफी समय में वेटिंग में है. वह 2004 से वेटिंग में हैं और 2013 तक इसी स्थिति में रह सकते हैं. बीजेपी को एक आसान बात समझ में नहीं आ रही कि सत्ता की ट्रेन अब उनके स्टेशन पर नहीं रुकेगी."

बेकार की बहस

तिवारी का कहना है कि स्वराज रेड्डी भाइयों के मामले में अपने हाथ धो रही हैं और दिल्ली में ये लोग बहस कर रहे हैं जबकि कर्नाटक जल रहा है. उन्होंने कहा, "स्वराज के स्वीकार करने से बीजेपी की सच्चाई सामने आ रही है कि पैसा बोलता है और रेड्डी और रेड्डी चल रहे हैं जबकि कर्नाटक में भ्रष्टाचार की आग लगी हुई है. बीजेपी के नीरो दिल्ली में समय गंवा रहे हैं." तिवारी ने बीजेपी पर शाब्दिक प्रहार करते हुए कहा, "बीजेपी को फिर से सोचना चाहिए कि क्या वह सच में विपक्षी पार्टी है या सिर्फ लाक्षणिक है."

स्वराज ने आरोप लगाया कि जनार्दन और करुणाकर रेड्डी को कैबिनेट में जगह देने का फैसला उन्होंने नहीं, बल्कि अरुण जेटली, एम वेंकैया नायडू और अनंत कुमार ने लिया था. विपक्ष की नेता ने साफ किया कि उन्होंने रेड्डी भाइयों को किसी तरह का संरक्षण नहीं दिया.

तस्वीर: AP

कांग्रेस ने इस पर कहा, "सवाल इसका नहीं है कि किसने येदियुरप्पा और रेड्डी के चुनाव का विरोध किया, बल्कि यह है कि उन्हें नियुक्त किया ही कैसे गया. बीजेपी को यह जवाब देना होगा कि भ्रष्टाचारियों को कर्नाटक का नेतृत्व दिया ही कैसे गया और क्यों पार्टी के वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा और रेड्डी की धुन पर नाच रहे हैं."

रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम

संपादनः ए कुमार

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