'सनाउल्लाह की मौत के लिए माफ करें'
९ मई २०१३अपने राज्य की जेल में हुई मौत के लिए क्षमा मांगते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा, "हालांकि ये सांत्वनाएं अपर्याप्त हैं, मैं सनाउल्लाह के परिवार से दिल से माफी मांगता हूं और उन्हें हुए नुकसान के प्रति मेरी सहानुभूति है." सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर मुख्यमंत्री ने कहा, "जांच ड्यूटी के दौरान लापरवाही की जिम्मेदारी तय करेंगे, इसके बावजूद इस घटना का होना बेहद अफसोस की बात है."
इससे पहले गुरुवार को सनाउल्लाह रंजय की मौत की जानकारी देते हुए पीजीआई चंडीगढ़ के प्रवक्ता ने कहा, "मरीज को यहां ब्रेन डेड की हालत में लाया गया था और आज सुबह कई अंगों के नाकाम होने से उसकी मौत हो गई."
शव को मेडिकल कॉलेज के लाशघर में भेज दिया गया है. पीजीआई के प्रवक्ता के मुताबिक यह हिरासत में हुई मौत का मामला है, इसलिए मेडिकल बोर्ड बनाया जाएगा. यही बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा, "मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा और इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी."
सनाउल्लाह के दो रिश्तेदार मंगलवार को पाकिस्तान से भारत पहुंचे. गुरुवार को सनाउल्लाह के साले और भतीजे ने आईसीयू में दस मिनट गुजारे. इसके कुछ ही देर बाद अस्पताल ने मरीज की मौत की खबर दी.
अस्पताल से जब यह पूछा गया कि रिश्तेदारों को शव कब सौंपा जाएगा तो प्रवक्ता ने कहा कि ये फैसला चंडीगढ़ प्रशासन और केंद्रीय गृह मंत्रालय करेंगे. "सरकार के निर्देशों के आधार पर ही पीजीआई शव देने की कार्रवाई करेगा." इस बीच भारत ने कहा कि वह मृतक का शव परिजनों को सौंपेगा.
पाकिस्तानी पंजाब के सियालकोट का निवासी सनाउल्लाह जम्मू की कोट बलावल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. उसे 1999 में टाडा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया था. जेल अधिकारियों के अति सुरक्षा देने के दावे के बावजूद पिछले हफ्ते साथी कैदी ने उन पर हमला किया. 52 साल के सनाउल्लाह बुरी तरह जख्मी हुए, उन्हें एयर एंबुलेंस से पीजीआई चंडीगढ़ लाया गया.
सनाउल्लाह पर हमला पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत के बाद हुआ. लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत सिंह को साथी कैदियों ने बुरी तरह पीटा था जिसके कुछ ही दिनों बाद सरबजीत सिंह की मौत हो गई. यह साफ है कि सनाउल्लाह पर हमला बदले की भावना से हुआ. सनाउल्लाह पर हमला हत्या के आरोप में कैद भारतीय सेना के पूर्व जवान ने किया.
पाकिस्तान ने सनाउल्लाह की मौत की मांग अंतरराष्ट्रीय समिति से कराने की मांग की है. वहीं भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने भी वारदात पर निराशा जाहिर की. बुधवार को सर्वोच्च अदालत ने कहा कि वह हमले की इस घटना से "दुखी और चिंतित" है. कोर्ट ने कहा, "हमें इस बात की ज्यादा चिंता हो रही है कि क्यों जेलों में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. कैदियों की जान खतरे में डाली जा रही है. यह एक गंभीर मामला है और ऐसी हरकतों को स्वीकार नहीं किया जा सकता."
भारत की जेलों में इस वक्त कम से कम 272 पाकिस्तानी नागरिक बंद हैं. वहीं पाकिस्तान की जेलों में 483 भारतीय मछुआरों समेत कुल 535 भारतीय कैद है. सनाउल्लाह पर हमले के बाद एक बार फिर भारत ने जेलों में बंद पाकिस्तानी नागरिकों की सुरक्षा कड़ी करने को कहा है.
सरबजीत सिंह और सनाउल्लाह की मौत के बावजूद दोनों देशों की सरकार के बीच कैदियों की अदला बदली के लिए होने वाली बातचीत के संकेत नहीं मिले हैं.
ओएसजे/एमजे (पीटीआई, एएफपी)